आतंकवाद की वजह से घर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलग थलग पड़े पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को तब एक और झटका लगा जब BCCI ने अप्रैल में होने वाले 'एशिया इमर्जिंग नेशंस कप' में टीम भेजने से साफ मना कर दिया. घर में अंतरराष्ट्रीय की वापसी के पाकिस्तान के प्रयासों के लिए ये एक बड़ा धक्का है और 'एशिया इमर्जिंग नेशंस कप' के आयोजन पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि भारत अपनी टीम पाकिस्तान नहीं भेजना चाहता और हो सकता है कि इस कारण से एशिया इमर्जिंग नेशंस कप का आयोजन श्रीलंका या बांग्लादेश में किया जाए. उन्होंने कहा, "हम ये मानते हुए इस साल अप्रैल में इस टूर्नामेंट की मेज़बानी करने पर सहमत हुए थे कि सभी देश इसमें शामिल होंगे."
BCCI के फ़ैसले के बाद पीसीबी के चेयरमैन नजम सेठी ने दुबई में मीडिया से कहा कि अब वे भी सितंबर में भारत में आयोजित होने वाले एशिया कप के बारे में भाग लेने के बारे में फिर विचार करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत में होने एशिया कप में पाकिस्तान का खेलना कुछ शर्तों पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा कि एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के प्रमुख के तौर पर जल्द ही कोलंबो में काउंसिल की बैठक करेंगे जिसमें इस टूर्नामेंट और सितंबर में भारत में आयोजित होने वाले एशिया कप के बारे में अंतिम फ़ैसला किया जाएगा.
ग़ौरतलब है कि 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत द्विपक्षीय सिरीज़ में पाकिस्तान के साथ खेलने से इंकार करता रहा है. भारत आईसीसी और एसीसी के मैचों में भी पाकिस्तान के साथ खेलने से इंकार करता रहा है.
नजम सेठी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस साल अप्रैल में कोलकाता में होने वाली आईसीसी के बोर्ड की बैठक के लिए वो भारत तभी आएंगे जब आईसीसी उनके लिए वीज़ा का इंतज़ाम करेगा. उनका कहना है, "मुझे भारत आने में कोई दिलचस्पी नहीं है. अगर भारतीय अधिकारी वीज़ा जारी करेंगे तो मैं वहां जाऊंगा लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो इस मामले से आईसीसी को निपटना चाहिए."
सेठी ने कहा कि एसीसी की अगली बैठक में एशिया इमर्जिंग नेशंस कप और एशिया कप की तारीखों पर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा, "हम जल्द ही कोलंबो में होने वाली बैठक की तारीखें तय करेंगे. "