सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में तमिलनाडु को 7 विकेट से हरा दिया। वहीं पहले सेमीफाइनल में कर्नाटक ने हरियाणा को 8 विकेट से मात दी थी। अब यह दोनों टीमें 1 दिसंबर को फाइनल में एक दूसरे से टकराएगी। इससे पहले यह दोनों टीमें विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में एक दूसरे के खिलाफ भिड़ी थी जिसमें कर्नाटक की टीम ने खिताब पर अपना कब्जा जमाया था।
पहले सेमीफाइनल में पिछले महीने विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल में हैट्रिक लेने वाले मिथुन (39 रन देकर पांच विकेट) ने हरियाणा की पारी के आखिरी ओवर में पांच विकेट लिये। उनके इस प्रयास से हरियाणा बल्लेबाजी के लिये अनुकूल परिस्थितियों में 200 रन के पार नहीं पहुंच पाया और आठ विकेट पर 194 रन ही बना सका। उसकी तरफ से चैतन्य बिश्नोई (55) और हिमांशु राणा (61) ने अर्द्धशतक जमाये जबकि हर्षल पटेल ने 34 और राहुल तेवतिया ने 32 रन का योगदान दिया।
इसके जवाब में कर्नाटक ने 15 ओवर में दो विकेट पर 195 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। केएल राहुल (31 गेंदों पर 66) और देवदत्त पडिक्कल (42 गेंदों पर 87) ने पहले विकेट के लिये 9.3 ओवर में 125 रन जोड़कर कर्नाटक को तेजतर्रार शुरुआत दिलायी जबकि मयंक अग्रवाल 14 गेंदों पर 30 रन बनाकर नाबाद रहे। तमिलनाडु ने दूसरे सेमीफाइनल में राजस्थान को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया और उसकी टीम को नौ विकेट पर 112 रन पर रोक दिया। राजस्थान के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। तमिलनाडु की तरफ से विजय शंकर (चार ओवर में 13 रन देकर दो) सबसे सफल गेंदबाज रहे। इसके जवाब में तमिलनाडु ने 17.5 ओवर में तीन विकेट पर 116 रन बनाकर जीत दर्ज की।
वहीं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे सुंदर ने नाबाद 53 रन बनाये जिसमें तीन चौके और इतने ही छक्के शामिल हैं। उन्होंने सलामी बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन (31) के साथ दूसरे विकेट के लिये 68 रन जोड़े।
इससे पहले कर्नाटक और हरियाणा के बीच खेले गये मैच का आकर्षण मिथुन का ओवर रहा। उन्होंने इससे पिछले ओवर में 18 रन लुटाये थे। जब वह पारी का अंतिम ओवर करने के लिये आये तो हरियाणा का स्कोर तीन विकेट पर 192 रन था और लग रहा था कि वह आसानी से 200 रन के पार पहुंच जाएगा। मिथुन ने पहले राणा को अग्रवाल के हाथों डीप मिडविकेट पर कैच कराया जबकि तेवतिया ने दूसरी गेंद पर मिडऑन पर कैच थमाया। मिथुन ने धीमी गेंद पर सुमित कुमार को स्क्वायर लेग पर कैच कराकर हैट्रिक पूरी की। चौथी गेंद पर उन्होंने अमित मिश्रा को कवर पर कैच कराया। इस तरह से वह टी20 में लेसिथ मलिंगा के बाद चार गेंदों पर चार विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने। उन्होंने पारी की अंतिम गेंद पर जयंत यादव को भी पवेलियन भेजकर पांचवां विकेट लिया।