
भारत में IPL का बुखार अब उतर चुका है और अब सबका ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर शिफ्ट हो चुका है। भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से लीड्स के हेडिंग्ल में टेस्ट सीरीज का आगाज होगा। इससे पहले इंग्लैंड में ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप यानी WTC का फाइनल मुकाबला 11 जून से खेला जाएगा। क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाला ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड WTC फाइनल की मेजबानी करेगा। इस खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका आमने-सामने होंगे।
ऑस्ट्रेलिया की टीम लगातार दूसरी बार WTC फाइनल में पहुंची है। ऑस्ट्रेलियन टीम ने पिछली बार भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया था। वहीं, साउथ अफ्रीका ने पहली बार फाइनल में अपनी जगह बनाई है। ऐसे में टेम्बा बावुमा की टीम के पास पहली बार WTC खिताब जीतने का शानदार मौका है।
लॉर्ड्स में बनेगा इतिहास
लॉर्ड्स में जब साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया WTC फाइनल में आमने-सामने होंगे, तो अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। दरअसल, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमों ने वैसे तो एक दूसरे के खिलाफ 101 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन लॉर्ड्स में दोनों टीमें 100 साल से भी ज्यादा अंतराल के बाद आमने-सामने होंगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि लॉर्ड्स में लगभग 113 साल बाद साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया कोई टेस्ट मैच खेलने जा रहे हैं। आखिरी बार दोनों टीमों ने यहां साल 1912 में टेस्ट मैच खेला था। इस टेस्ट का आगाज 15 जुलाई को हुआ था।
गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट के शुरुआती सालों में त्रिकोणीय टूर्नामेंट खेले जाते थे, जिसमें अक्सर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमें ही हिस्सा लेती थी। साल 1912 में भी एक ऐसा ही त्रिकोणीय टूर्नामेंट खेला गया था। इस दौरान लॉर्ड्स में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच भिड़ंत हुई। साउथ अफ्रीका की पहली पारी 263 रनों पर सिमट गई। इसके जवाब में कंगारूओं ने 390 रन बनाए। दूसरी पारी में, साउथ अफ्रीका की टीम केवल 173 रन बना सकी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 48 रनों का लक्ष्य बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया।
सबसे ज्यादा टेस्ट मैच की मेजबानी
लॉर्ड्स सबसे पुराने टेस्ट क्रिकेट वेन्यू में से एक है और सबसे ज्यादा टेस्ट मैच भी यहीं खेले गए हैं। साल 1884 में यहां पहली बार कोई टेस्ट मैच खेला गया था और तब से अब तक यहां 147 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। WTC 2025 का फाइनल लॉर्ड्स में खेला जाने वाला 148वां टेस्ट मैच होगा।