किसानों के आंदोलन की वजह से पूरी दिल्ली किला बनी हुई हैं... राजधानी के हर एंट्री प्वाइंट पर 8 से 12 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है... दिल्ली से करीब 16 किलोमीटर दूर हरियाणा के बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर भी पूरी तरह सील है,.. क्योंकि यहां से भी किसान दिल्ली में घुस सकते हैं... दिल्ली से करीब 26 किलोमीट
किसानों के दिल्ली कूच के बीच भारी ट्रैफिक के चलते राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग हिस्से में लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने 'दिल्ली चलो' मार्च पर निकले किसानों को समर्थन दिया। उन्होंने केंद्र सरकार से किसानों की मांग को मानने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान को किसानों के लिए किए उनके वादे को याद दिलाया।
देश में एक बार फिर किसान आंदोलन की राह पर उतर चुके हैं...दिल्ली में दाखिल होने का दंगल छिड़ा है...देश की राजधानी चारो तरफ से सील हो चुकी है...किसान आंदोलन 2.0 का धुआं गुबार बनता दिख रहा है....ये बातें मैं नहीं बल्कि तस्वीरें बयां कर रही हैं.
देश में एक बार फिर किसान आंदोलन की राह पर उतर चुके हैं...दिल्ली में दाखिल होने का दंगल छिड़ा है...देश की राजधानी चारो तरफ से सील हो चुकी है...किसान आंदोलन 2.0 का धुआं गुबार बनता दिख रहा है....ये बातें मैं नहीं बल्कि तस्वीरें बयां कर रही हैं.
देश के 200 किसान संगठनों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। इसे लेकर सभी सीमाओं पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने कई रूट को डायवर्ट भी किया है।
किसान आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों ने सेफ्टी बैरियर उखाड़ दिए हैं और उन्हें फ्लाईओवर से नीचे फेंक दिया है। पुलिस पानी की बौछार समेत तमाम तरीकों से किसानों को रोकने की कोशिश कर रही है।
हरियाणा और पंजाब से भारी मात्रा में किसानों का दल दिल्ली के लिए निकल चुका है। ऐसे में जहां किसानों को सीमाओं पर ही रोकने की कोशिश की जा रही है तो वहीं दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में लाल किले को भी अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने कहा है कि देश में किसानों को जो मिलना चाहिए, वो उन्हें नहीं मिल रहा है। इसलिए किसान दिल्ली की तरफ जा रहे हैं, लेकिन उन्हें रोका जा रहा है, उनके ऊपर आंसू गैस के गोले दागे जे रहे हैं।
पंजाब से दिल्ली की ओर निकला किसानों के जत्थे के पास 6 महीने का राशन और पर्याप्त ईंधन भी है। किसान एक बड़ी तैयारी के साथ दिल्ली पहुंच रहे हैं।
किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। इस बीच खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किसान इस बार दिल्ली में पीएम और गृह मंत्री के आवास का घेराव करना चाहते हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों के दिल्ली चलो मार्च का समर्थन किया है और केंद्र की एनडीए सरकार पर हमला बोला है। केजरिवाल ने कहा है कि अन्नदाता को जेल में डालना गलत है।
किसान अपनी मांगों को लेकर आज फिर से सड़क पर है। आज सुबह 10 बजे से किसान दिल्ली की तरफ कूच कर गए हैं जिसे लेकर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। आखिर किसान किस बात से नाराज हैं और उनकी क्या मांगें हैं, जानिए-
1. पीएम मोदी का आज से दो दिवसीय UAE दौरा... सुबह साढ़े 11 बजे पीएम मोदी अबू धाबी के लिए होंगे रवाना. 2. पीएम मोदी के दौरे से पहले स्वामीनारायण मंदिर का वीडियो हुआ रिलीज़... 108 फीट ऊंचे मंदिर में हिन्दू संस्कृति को दर्शाया गया.
दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है। वहीं, दिल्ली-यूपी, दिल्ली-पंजाब और दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाली सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात है। प्रशासन की कोशिश किसानों को दिल्ली में किसी भी तरह प्रवेश करने से रोकना है।
किसान संगठनों द्वारा दिल्ली में 13 फरवरी को विरोध प्रदर्शन किया जाना है। इससे पहले चंडीगढ़ में किसान संगठनों और सरकार के बीच बैठक हुई। 5 घंटे चली यह बैठक बेनतीजा साबित हुई है। दरअसल किसान एमएसपी की गारंटी की मांग पर अड़े हैं।
Kisan Andolan Update: कल किसानों के दिल्ली मार्च के ऐलान पर दिल्ली-हरियाणा पुलिस अलर्ट ..खिन्नौरी, डब्बवाली और शंभु बॉर्डर सील, इंटरनेट भी बंद.. Bihar Floor Test Update: बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने जीता विश्वास मत..समर्थन में पड़े 129 वोट.. फ्लोर टेस्ट से पहले विपक्ष ने किया वॉकआउट
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने किसानों के प्रदर्शन को लेकर कहा है कि किसान हमारे अन्नदाता हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की टीम किसान नेताओं से बात कर रही हैं। हमें उम्मीद है कि बातचीत से प्रमुख मुद्दों का समाधान निकल जाएगा।
दिल्ली पुलिस, नोएडा पुलिस, गाजियाबाद प्रशासन ने किसान आंदोलन के मद्देनजर ट्रैफिक अलर्ट जारी कर दिया है। ऐसे में 13 फरवरी को घर से निकलने से पहले आप उन रूट्स की जानकारी जरूर प्राप्त कर लें, जिनसे होकर आपको हरियणा, नोएडा, गाजियाबाद या दिल्ली पहुंचना है।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठनों ने दिल्ली जाने का ऐलान किया है। वहीं इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों का दल किसान नेताओं से बातचीत में जुटा हुआ है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़