यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर जहां एक ओर पूरे देश में बहस चल रही है वहीं अब इसे लेकर अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया है। UCC का ड्राफ्ट अभी सामने नहीं आया है और कई मुस्लिम धर्म गुरुओं ने इसे लेकर दावे करने शुरू कर दिये हैं।
समान नागरिक संहिता यानी सभी धर्मों के लिए एक ही कानून। अभी होता ये है कि हर धर्म का अपना अलग कानून है और वो उसी हिसाब से चलता है। भारत में आज भी ज्यादातर धर्म के लोग शादी, तलाक और जमीन जायदाद विवाद जैसे मामलों का निपटारा अपने पर्सनल लॉ के मुताबिक करते हैं।
चांद दिखने के 10वें दिन पर बकरीद का त्योहार मनाया जाता है। इससे पहले बीते सोमवार को देश के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक में बकरीद का चांद नजर आया था।
जामिया मिलिया इस्लामिया ने हाल ही में एक आधिकारिक नोटिस जारी किया है जिसके अनुसार, यूनिवर्सिटी कई शॉर्ट टर्म स्किल बेस्ड कोर्स शुरू कर रही है। वहीं, अंतिम वर्ष के स्नातकोत्तर छात्र और स्नातक छात्र क्रमशः 2 और 15 मार्च से कैंपस में शारीरिक कक्षाएं फिर से शुरू कर सकते हैं।
मौलाना मदनी ने कहा कि 1979 में रामनवमी शोभा यात्रा की आड़ में अराजकता के कारण जमशेदपुर में भयानक दंगा हुआ था। उसके बाद हर साल ऐसी घटनाएं होती हैं।
जामिया यूनिवर्सिटी से जो वीडियो सामने आ रहे है, उसमें कुछ लोग होली मिलन समारोह का विरोध करते हुए अल्लाह-हो-अकबर और नारा-ए-तकबीर का नारा लगा रहे हैं। बता दें कि मामला 1 मार्च का है। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
Jamia Millia Islamia School Admission: JMI ने 2 मार्च को घोषणा की कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए जामिया स्कूलों के संयुक्त ई-प्रॉस्पेक्टस को परीक्षा नियंत्रक, जेएमआई- jmicoe.in की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
Jamia Millia Islamia: जामिया ने हाल ही में एक फैसला लिया है कि वह कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के जरिए सभी कोर्सों में एडमिशन नहीं लेगा।
Arshad Madani के बयान पर मुस्लिम धर्म गुरु भी 2 गुटों में बंट गए हैं। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष साजिद रशीदी ने अरशद मदनी के बयान का समर्थन किया है।
Jamiat Ulema-e-Hind चीफ अरशद मदनी के बयान पर घमासान मचा हुआ है। हिंदू तो हिंदू, मौलाना और मुस्लिम नेता भी इस बयान का विरोध कर रहे हैं। एसपी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने मदनी पर अटैक किया है।
मौलाना अरशद मदनी ने Jamiat के सम्मेलन के दौरान मनु को लेकर विवादित बयान दिया था जिसके बाद सम्मेलन में बवाल मच गया.
जमीयत चीफ अरशद मदनी ने कहा कि मेरा मानना है कि अल्लाह ने आखिरी नबी को अरब में पैदा किया था लेकिन अल्लाह ने सबसे पहले नबी को भारत की धरती पर पैदा किया।
आज दो तकरीरें हुईं, इन दोनों तकरीरों से दो तस्वीरें सामने आईं। एक Maulana Arshad Madani की तकरीर और दूसरी PM Narendra Modi की तकरीर।
Jamiat Ulema-e-Hind का राष्ट्रीय जलसे का आज तीसरा और आखिरी दिन है। तीन दिन के इस सम्मेलन में हर रोज कुछ ना कुछ ऐसा हुआ जो सुर्ख भी था और जो सुर्खियों भी बना। आज पानी सिर के ऊपर से निकल गया। मंच पर बैठे गैर मुस्लिम धर्म गुरु Maulana Arshad Madani की तकरीर पर तिलमिला गए और वहां से बायकॉट करके चले गए।
दिल्ली में इस वक्त Jamiat Ulema-e-Hind का अधिवेशन चल रहा है। जमीयत के मंच पर आज खुलकर धर्म की राजनीति की गई। Maulana Arshad Madani ने मुसलमानों की घर वापसी। मुसलमानों के धर्म परिवर्तन का मुद्दा उठाया।
दिल्ली के रामलीला मैदान में इस वक़्त जमीयत उलेमा-ए-हिंद का अधिवेशन चल रहा है. जमीयत के अधिवेशन का आज तीसरा और आख़िरी दिन है. तीन दिन चले इस अधिवेशन में इस्लामोफोबिया, हिंदुत्व और मुसलमानों के खिलाफ बढ़ती हिंसा समेत कई मामलों पर चर्चा हुई.
Jamiat Ulema के सम्मेलन मेंं देशभर के मुसलमानों ने भाग लिया. आज इस कार्यक्रम का आखिरी दिन है. सम्मेलन में कौन-कौन से प्रस्ताव पारित हुए? देखिए इस पूरी रिपोर्ट में.
जमीयत के सम्मेलन में Arshad Madani ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 20 करोड़ मुसलमानों की घर वापसी की बात क्यों?
Delhi के रामलीला मैदान में चल रहे जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जलसे में जमीयत प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने RSS और बीजेपी पर बहुत बड़ा बयान आया है। जमीयत के चीफ ने कहा है कि RSS और BJP दुश्मनी भूल कर हमें गले लगाएं।
भाईचारे की बात करने के बाद मदनी ने सनातन धर्म के बारे में भी बोला। मदनी ने कहा कि मुसलमानों को सनातन धर्म से कोई दिक्कत नहीं है। हिंदुओं को भी इस्लाम से दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
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