कानपुर दंगों के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी से हिंसा में गिरफ्तार PFI कार्यकर्ताओं से भी संबंध थे।
उमर, नसीम अहमद और सैफुल्लाह इससे पहले दिसंबर 2020 में CAA के विरोध में हुई हिंसा के मामले में भी जेल भेजे गए थे।
Kerala: केरल हाई कोर्ट ने अलपुझा में 21 मई को पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) की रैली में दस साल के बच्चे द्वारा भड़काऊ नारे लगाए जाने को गंभीरता से लिया है।
PFI के जनरल सेक्रेटरी अनीस अहमद ने इडिया टीवी से चर्चा में विस्तार से बातें की। जानिए ज्वलंत मुद्दों और कोर्ट फैसलों पर सवाल उठाने वाले इस संगठन के महासचिव ने क्या-क्या कहा?
PFI : पीएफआई का मानना है कि ज्ञानवापी और मथुरा मस्जिद के खिलाफ कोर्ट में दायर की गई याचिका गलत है।
Kerala PFI Rally: केरल के आलप्पूझा में शनिवार को चरमपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने 'सेव द रिपब्लिक' अभियान के तहत एक प्रोटेस्ट मार्च का आयोजन किया।
न्यायमूर्ति के हरिपाल ने हाल के एक आदेश में कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि एसडीपीआई और पीएफआई चरमपंथी संगठन हैं जो हिंसा के गंभीर कृत्यों में लिप्त हैं। फिर भी वे प्रतिबंधित संगठन नहीं हैं।'
अपने एक भाषण में मोहम्मद शाकिफ ने कहा कि इस साल रामनवमी के दौरान हुए दंगों की पहले से प्लानिंग की गई थी।
केरल के पलक्कड़ जिले में शनिवार को एक गिरोह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक नेता की हत्या कर दी। इससे कुछ घंटे पहले जिले में पीएफआई के एक नेता की हत्या का मामला सामने आया था।
केंद्र विवादास्पद संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां पीएफआई और भारत के कुछ हिस्सों में हाल ही में हुए सांप्रदायिक तनाव के बीच कथित संबंधों की जांच पर नजर रख रही हैं।
भड़काऊ भाषण देने के खिलाफ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मुंब्रा शहर अध्यक्ष अब्दुल मतीन शेखानी सहित कुल 31 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
केरल में शुक्रवार को विशु पर्व के दिन एक राजनीतिक हत्या की घटना से तनाव फैल गया है। राज्य के पलक्कड़ जिले में शुक्रवार को इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक स्थानीय नेता की उसके पिता के सामने कथित रूप से हत्या कर दी गयी।
मतानी ने कहा कि कुछ लोगों को अजान से तकलीफ हो रही है लेकिन ऐसे लोगों से हम सिर्फ यही कहना चाहते हैं कि हमारी ख्वाहिश अमन की है।
राजस्थान के करौली में हिंदू नव वर्ष पर 2 अप्रैल 2022 को हिंसा हुई थी। क्या इसके पीछे कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) का हाथ है? यह सवाल एक चिट्ठी से खड़ा हुआ है जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस हिंसा से ठीक पहले लिखी गई थी।
हिजाब विवाद के पीछे CFI और उसकी पेरेंट ऑर्गनाइजेशन PFI का हाथ बताया जा रहा है। आज PFI ने राजस्थान के कोटा में डेमोक्रेसी बचाओ के नाम से एक सभा बुलाई। बात तो हिजाब से शुरु की गई लेकिन हिजाब का सहारा लेकर निशाना बनाया गया प्रधानमंत्री मोदी को। मुस्लिम लड़कियों के हक को बहाना बनाया गया लेकिन बात पहुंच गई योगी आदित्यनाथ को गर्मी दिखाने तक। क्या है इसके पीछे का असली मकसद? देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
6 दिसम्बर को अंगड़ी टाउन में एक शख्स की हत्या की कोशिश की गई थी। पुलिस के मुताबिक अलग-अलग बाइक पर सवार 5 लोगों ने धारदार हथियार से एक युवक पर हमला कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने IPC की धारा 307 के तहत मामले को दर्ज कर जाँच शुरू की।
यह मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर मरीजों में मौत के जोखिम को कम करने में 89 प्रतिशत कारगर है।
यह पहला मौका है जब यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने बच्चों के टीकाकरण के लिए किसी कोविड टीके को मंजूरी दी है। एजेंसी ने कहा कि उसने पांच से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के टीकाकरण के लिए कोविड-19 टीके ‘कॉमिरनेटी’ को मंजूरी दी है।
सुरेंद्रन ने कहा, ‘राज्य में इस्लामिक आतंकवाद की वृद्धि पर कोई नियंत्रण नहीं है और पूरे राज्य में मांस की हलाल दुकानों की बाढ़ सी आ गई है।
वैक्सीनेशन को मंजूरी देते हुए समिति ने कहा कि बच्चों में किसी खास तरह के खतरे की आशंका नहीं है।
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