गुजरात के केवडिया पहुंचे पीएम मोदी, थोड़ी देर में करेंगे 'स्टेचू ऑफ़ यूनिटी' का अनावरण
सरदार पटेल की 143 वीं जयंती के अवसर पर आज देश भर में रन फॉर यूनिटी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मैराथन को हरी झंडी दिखाई।
प्रतिमा की कुल ऊंचाई 182 मीटर है। प्रतिमा में लगे पैर की ऊंचाई 80 फीट है जबकि हाथ की 70 फीट, कंधा 140 फीट और चेहरे की ऊंचाई 70 फीट है। अगर आपकी लंबाई 5.6 फीट है तो यह प्रतिमा आपसे 100 गुना बड़ी होगी
पीएम मोदी आज करेंगे 'स्टेचू ऑफ़ यूनिटी' का अनावरण | सरदार पटेल की इस मूर्ति के निर्माण में लाखों टन लोहा और तांबा लगा |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को गुजरात के केवड़िया में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
अगर आपकी लंबाई 5.6 फीट है तो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी आपसे 100 गुना बड़ा होगा
स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के उद्घाटन की भव्य तैयारी | सरदार की प्रतिमा को सलामी देंगे एयरफोर्स के विमान |
भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनके योगदान के लिए देश की कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर, 2018 को उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
गुजरात के नर्मदा जिले में 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' के उद्घाटन का विरोध कर रहे जनजातीय लोगों ने मोदी और सरदार पटेल की 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' की तस्वीर वाले पोस्टरों को या तो फाड़ दिया या कालिख पोत दी है।
पहली बार अंदर से देखिये 'स्टैच्यूऑफ़ यूनिटी'
सौरभ भाई पटेल ने सोमवार को नीतीश से मुलाकात की और सरदार पटेल जयंती के अवसर पर ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण उन्हें दिया
सरदार वल्लभभाई पटेल की इस मूर्ति के बारे में नहीं जानते होंगे आप ये, दुनिया में सबसे ऊंची होगी स्टेच्यू ऑफ यूनिटी
पांच साल पहले 31 अक्टूबर 2013 को नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की आधारशिला रखी थी। उस वक्त वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
31 अक्टूबर को सरदार पटेल का जन्मदिन है इसी दिन प्रदानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण करेंगे। ये मोदी की दूरदर्शिता का उदाहरण है।
स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा यहां एक पार्क में गुरुवार को विखंडित अवस्था में पाई गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
भाजपा के स्थानीय सांसद सिंह ने आम्बेडकर जयंती कार्यक्रम से इतर पत्रकारो से बातचीत में कहा कि ईसाई मिशनरियों के इशारे पर प्रदेश में आम्बेडकर की मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों पहले मेरठ में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने के बाद अब इलाहाबाद में ऐसी ही घटना सामने आई है। कुछ अराजक तत्वों ने जिले के झूंसी इलाके में स्थित आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ दिया।
इस प्रतिमा का अनावरण अक्टूबर 1992 में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने किया था...
ये मूर्तियां बीते समय के महान नेताओं की हैं। ये उन नेताओं की मूर्तियां हैं जिनके नाम और काम बड़े हैं।
The incident came close on the heels of the razing of the statue of Lenin in Tripura and the desecration of a bust of Periyar in Tamil Nadu's Vellore.
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