मूल रूप से बरेली के रहने वाला ओमप्रकाश बीमार भी है। उन्होंने बताया कि उन्हें सांस की बीमारी है और दाईं जांघ में घाव है। कोई विकल्प नहीं होने के कारण नदी किनारे खुले में रात बिताने के लिए हाथ में कम्बल और शॉल पकड़े कई अन्य लोग भी मिले।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाव की क्षमता 10-15 की ही थी, लेकिन इसमें करीब 60 लोग सवार थे। जिससे नाव नदी के बीच में जाते ही असंतुलित होकर पलट गई। एनडीआरएफ की टीम भी मेरठ से घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है।
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