दिल्ली में यमुना नदी में तैरते जहरीले झाग की तस्वीरें और वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ इसके प्रदूषित होने से लोगों की चिंता बढ़ गयी है। विशेषज्ञों ने यमुना नदी में इस प्रदूषण के पीछे प्रमुख रूप से अशोधित सीवेज और डिटर्जेंट को जिम्मेदार ठहराया है।
इस कार्यक्रम के तहत धार्मिक व पौराणिक नगर अयोध्या में पवित्र नदी सरयू में गिरने वाले सभी नालों को टैप कर दूषित जल को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाया जा रहा है। इससे अयोध्या में पवित्र नदी सरयू के जल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज बताया कि यमुना नदी को साफ करने के लिए 6 एक्शन प्लान बनाए हैं और इसका काम युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव से पहले यमुना साफ हो जाएगी।
यमुना में जहरीले झाग को लेकर आलोचनाओं के बीच दिल्ली सरकार ने इसे रस्सियों की मदद से हटाने के लिए मंगलवार को 15 नौकाओं को तैनात किया।
यमुना नदी में झाग के सवाल पर राघव चड्ढा ने कहा कि बड़ी मात्रा में सर्फेक्टेंट से भरा पानी ऊंचाई से कालिंदी कुंज में गिरता है, जिसके चलते झाग बनता है।
दिल्ली में यमुना नदी में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। यमुना के पानी में प्रदूषण की वजह से झाग की मोटी परत बनी हुई है और अमोनिया का स्तर पर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है।
दिल्ली और यमुना नदी के तटीय इलाकों में लगातार बारिश के कारण यमुना में जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया है और रविवार सुबह यह खतरे के निशान 205.33 मीटर से थोड़ा ही नीचे दर्ज किया गया।
उत्तर पश्चिम भारत में बारिश होने के कारण यमुना में जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया है।
पहाड़ों में हो रही भारी बरसात की वजह से दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में भारी बरसात की वजह से हरियाणा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
दिल्ली में यमुना के प्रदूषण को लेकर एक बार फिर से सियासत गर्मा गई है। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यमुना पर प्रदूषण को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर नाराजगी व्यक्त की है।
यमुना के गंभीर जल प्रदूषण को रेखांकित करते हुए, देश के तीन प्रमुख हिंदू संतों ने शनिवार को संकल्प लिया कि वे वर्तमान में चल रहे वृंदावन कुंभ के दौरान बाकी 'शाही स्नान’ में तब तक भाग नहीं लेंगे, जब तक कि नदी का पानी साफ नहीं हो जाता।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को यमुना नदी के प्रदूषण का स्वत: संज्ञान लिया और इस मामले में हरियाणा से जवाब तलब किया। इससे पहले, दिल्ली जल बोर्ड ने आरोप लगाया था कि हरियाणा से यमुना नदी में दूषित जल छोड़ा जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है और यह यहां चेतावनी के निशान से नीचे बह रही है।
दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर शुक्रवार (28 अगस्त) को 204.41 मीटर तक पहुंच गया जो चेतावनी के निशान 204.50 मीटर के बहुत निकट है।
दिल्ली में यमुना का जल स्तर शुक्रवार सुबह 204.30 मीटर तक पहुंच गया, जो चेतावनी के निशान 204.50 मीटर के काफी करीब है।
हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज से 5,800 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि यहां स्थित पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 204.38 मीटर दर्ज किया गया।
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से रविवार को छोड़े गए आठ लाख क्यूसेक पानी के कारण बुधवार को नोएडा में यमुना ने विकराल रूप धारण कर लिया। इससे जिले के 77 गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
यमुना नदी पर बने पुराने लोहे के पुल को रोड के साथ-साथ रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। पुल से गुजरने वाली ट्रेनों को साहिबाबाद-नई दिल्ली और दिल्ली जंक्शन रूट पर डायवर्ट कर दिया गया है।
उत्तर भारत में लगातार बारिश की वजह से दिल्ली भी खतरे में आ गई है। दिल्ली में यमुना नदी चेतावनी के निशान से ऊपर पहुंच गई है, जिसकी वजह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संबंधित अधिकारियों के साथ आपात बैठ की।
दिल्ली में यमुना में वाटर लेवल लगातार बढ़ रहा है। रविवार सुबह 9 बजे हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से 3 लाख 25 हजार 518 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके 72 घंटे में दिल्ली तक पहुचने की उम्मीद है।
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