Monday, April 29, 2024
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'सीएम भगवान से बड़े नहीं हो सकते, जिन्हें श्रीराम बुलाएंगे वे जरूर जाएंगे', अयोध्या जाने के सवाल पर बोले अखिलेश यादव

राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है, यह भगवान का समारोह है। सीएम भगवान से बड़ा नहीं हो सकता...भगवान राम ने जिन्हें बुलाया है वे जरूर जाएंगे।

Mangal Yadav Written By: Mangal Yadav @MangalyYadav
Updated on: January 02, 2024 17:54 IST
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव - India TV Hindi
Image Source : ANI समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी और विपक्षी गठबंधन के नेता एक-दूसरे पर सियासी तीखे तीर चला रहे हैं। राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण के मामले पर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि ये भगवान का कार्यक्रम है, भगवान से बड़े मुख्यमंत्री नहीं हो सकते। भगवान से बड़ा कोई नहीं हो सकता। हम भी नहीं है, आप भी नहीं है, कोई भी नहीं है। भगवान जिसको बुलाएंगे वह अपने आप दौड़ा चला जाएगा। 

भगवान श्रीराम के कार्यक्रम में बीजेपी हस्तक्षेप न करे

सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि ये भी सही है भगवान कब किसको बुला लें यह भी किसी को नहीं पता। इतना करीब भगवान के हैं वो लोग..तो क्या उन्हें तारीख पता है..और ये बातें अगर मुख्यमंत्री कह रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि बीजेपी के लोग सूची बना रहे हैं कौन अतिथि होगा..कौन आएगा..कौन नहीं आएगा। यह भगवान श्रीराम का कार्यक्रम है। इसमें इन लोगों (बीजेपी) को कोई हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। भगवान जिसको बुलाएंगे वो जाएंगे। रामलला के प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि जब भगवान बुलाएंगे वो जाएंगे। 

अखिलेश के बयान पर VHP की प्रतिक्रिया

वहीं, सपा मुखिया के बयान पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) की प्रतिक्रिया सामने आई है। VHP प्रवक्ता विनोद बंसल ने इंडिया टीवी से कहा कि अगर अखिलेश यादव राम मंदिर के बुलावे पर रामद्रोही बनकर जाएंगे तो उसका असर है..लेकिन अगर रामभक्त बनकर जाओगे तो उसका अलग असर है।  

सीएम योगी ने कही ये बात

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या का श्रीराम मंदिर 'राष्ट्र मंदिर' के रूप में भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया अयोध्या की ओर उत्सुकता से देख रही है और हर कोई अयोध्या आना चाहता है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में अयोध्या में जारी विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को अलौकिक, अभूतपूर्व और अविस्मरणीय बनाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। 

22 जनवरी को हर देव मंदिर में दीपोत्सव मनाया जाना चाहिए

मुख्यमंत्री ने कहा, ''आज पूरी दुनिया अयोध्या की ओर उत्सुकता से देख रही है। हर कोई अयोध्या आना चाहता है। पूरा देश राममय है। यह उत्तर प्रदेश की ‘ग्लोबल ब्रांडिंग’ का अवसर भी है।'' उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले अतिथियों तथा उसके बाद पर्यटकों/श्रद्धालुओं के आगमन को सुखद बनाने में राज्य सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम मंदिर 'राष्ट्र मंदिर' के रूप में भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का यह ऐतिहासिक कार्यक्रम सभी सनातनियों के लिए गौरव का अवसर है और 22 जनवरी को शाम के समय हर देव मंदिर में दीपोत्सव मनाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हर सनातन आस्थावान अपने घरों/प्रतिष्ठानों में राम ज्योति प्रज्वलित कर रामलला का स्वागत करेगा। यह सब अभूतपूर्व है। भावुक करने वाला है।  

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