
यूपी की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां मल्हौर रेलवे स्टेशन के पास लोहे की एक होर्डिंग सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन टकरा गई। यह एक बड़े हादसे में तब्दील हो सकता था लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से टल गया। इसके बाद उसने इसकी सूचना तुरंत रेलवे पुलिस की दी। फिर उसे ट्रैक से हटाया गया और आगे के लिए गाड़ी ने प्रस्थान किया। बता दें कि यूपी में यह 8वीं बार है जब ऐसी कोशिश की गई है।
ड्राइवर ने दिखाई सूझबूझ
जानकारी के मुताबिक, आनंद विहार टर्मिनल-गोरखपुर हमसफर एक्सप्रेस (12572) लखनऊ में दिलकुशा और मल्हौर के बीच रेलवे ट्रैक पर जानबूझकर लगाई गई लोहे की ग्रिल से टकरा गई। यह दिल्ली के आनंद विहार से गोरखपुर जा रही थी। घटना रविवार सुबह करीबन 3 बजे की है। हालांकि ट्रेन के ड्राइवर ने पटरी पर लोहे की ग्रिल को देख लिया और ट्रेन की स्पीड कम कर दी। जिससे ट्रेन पटरी से उतरने से बच गया वरना बड़ा हादसा हो सकता था। रेलवे पुलिस ने इस मामले में गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली है और इस साजिश की जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस घटना के बारे में पता लगाने के लिए आसपास लगे CCTV खंगाल रही है।
अधिकारियों ने दी ये जानकारी
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि 22 जून की रात 03.40 बजे लखनऊ कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि रेल ट्रैक पर लोहे की होर्डिंगनुमा स्ट्रक्चर मिला है और वह गाड़ी संख्या 12572 से टकरा गया है, जिसे ट्रेन ड्राइवर ने ट्रैक से हटाकर किनारे किया। पुलिस ने बताया कि उन्हें यह होर्डिंगनुमा लोहे का स्ट्रक्चर दिलकुशा मल्हौर डाउन लाइन के किनारे मिला।
8 बार हुई साजिश
जानकारी दे दें कि यूपी में पिछले कुछ माह में 8 बार ट्रेन पटरी से उतारने की साजिश की गई है।
- जून 2025 में ही बरेली के दोहना स्टेशन के पास गिट्टियों के ढेर को जानबूझकर स्विच मैकेनिज्म में लगाया गया था। इसमें एक पैसेंजर ट्रेन बाल-बाल बची।
- 31 मई को दिल्ली-शामली मेमू ट्रेन के रूट में शामली स्टेशन के पास 12 फीट को लोहे का पाइप, गिट्टी और एक कंक्रीट ट्यूब मिली थी।
- 29-30 मई को प्रयागराज के भीरपुर और मेजा रोड के हीच ट्रैक पर गिट्टी मिली थी। इस रूट पर नई दिल्ली-भुवनेश्वर तेजस एक्सप्रेस (22824) बाल-बाल बची थी।
- 19 मई को हरदोई जिले में 2 बार ऐसी कोशिश की गई, जिसमें गाड़ी संख्या 20504 और 15044 बाल बाल बची।
- 22 अप्रैल को उत्रैताई जंक्शन और बक्कास के बीच ट्रैक पर एक मेटल का दरवाजा रखा गया, जिसमें एक मालगाड़ी टक्कर के बाद बाल-बाल बची।
- 16 अप्रैल को भी मलीहाबाद में ट्रैक पर आम के पेड़ की टहनी रखी गई।
- इससे पहले 6 अक्टूबर 2024 को रायबरेली, 2 अक्टूबर को कानपुर के अंबिया स्टेशन, 29 सितंबर को कानपुर और 22 सितंबर को प्रेमपुर स्टेशन पर, 16 सितंबर को गाजीपुर घाट और गाजीपुर सिटी के बीच, 9 सितंबर को कालिंदी एक्सप्रेस बड़राजपुर और उतरीपुरा के बीच और 6 दिसंबर 2023 को शिव गंगा एक्सप्रेस के लिए बुलंदपुर के खुर्जा में ऐसी साजिश देखी गई थी।
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