इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में ऐतिहासिक कटासराज मंदिर परिसर में भगवान राम और हनुमान की मूर्तियों की गैरमौजूदगी पर चिंता जताई। मंदिर परिसर में पवित्र सरोवर के सूखने पर स्वत: संज्ञान लेने के बाद सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस साकिब निसार ने सवाल किया, ‘क्या अधिकारियों के पास मूर्तियां हैं या उन्हें हटा दिया गया है।’
न्यायमूर्ति निसार ने मीडिया में आई इन खबरों के आधार पर इस मुद्दे को उठाया कि कटासराज सरोवर सूख रहा है क्योंकि पास की सीमेंट फैक्ट्रियां कई बोरवेल के जरिए बड़ी मात्रा में पानी खींच रही हैं जिससे जमीन के अंदर जलस्तर कम हो रहा है। ‘डॉन’ ने खबर दी कि सोमवार की सुनवाई के दौरान, जस्टिस निसार की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने क्षेत्र में सीमेंट फैक्ट्रियों को ‘विध्वंसकारी’ बताया और मंदिर के पास स्थित फैक्ट्रियों के नाम बताने को कहा।
पंजाब सरकार के वकील ने अदालत को बताया कि मंदिर के पास बेस्ट वे सीमेंट फैक्ट्री चकवाल और डीजी खान सीमेंट सहित कई अन्य फैक्ट्री हैं। इसके साथ ही जस्टिस निसार ने आदेश दिया कि कोई भी अन्य लोअर कोर्ट इस मुद्दे पर सुनवाई नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में चल रहे किसी भी मामले की सुनवाई का हक लोअर कोर्ट को नहीं है।