Saturday, June 15, 2024
Advertisement

सिंगापुर में 6 वर्षीय बच्चे को भारतीय मूल की महिला ने कलम के वार से कर दिया लहूलुहान, 8 साल की हो सकती है सजा

सिंगापुर में भारतीय मूल की महिला पर 6 साल के बच्चे पर कलम के वार से घायल करने के आरोप है। घटना 2022 की है। प्रारंभिक तौर पर महिला को इसका जिम्मेदार ठहराया गया है। अब उसे 8 वर्ष तक की सजा हो सकती है।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: May 24, 2024 22:58 IST
सिंगापुर।- India TV Hindi
Image Source : AP सिंगापुर।

सिंगापुर: सिंगापुर में भारतीय मूल की एक महिला पर 6 साल के बच्चे पर कलम से हमला करने का आरोप है। मामला 2022 का है, जहां एक बाल देखभाल केंद्र में छह वर्षीय बच्चे पर कलम से कई बार वार करने का आरोप लगा है। इस हमले में बच्चे के चेहरे और सिर पर घाव हो गए थे। आरोपी महिला (43) को 'चिल्ड्रेन एंड यंग पर्सन्स एक्ट' के तहत उस बच्चे की देखरेख करने में लापरवाही का जिम्मेदार माना गया है। अब इस मामले में महिला को कड़ी सजा भुगतनी पड़ सकती है। 

चैनल न्यूज एशिया की एक खबर के अनुसार अदालत ने एक व्यापक प्रतिबंध आदेश जारी किया जिसके अनुसार पीड़ित की पहचान, आरोपी की पहचान और साथ ही घटना के स्थान को प्रकाशित करने की अनुमति नहीं है। खबर में कहा गया है कि आरोप पत्र के अनुसार महिला एक भारतीय नागरिक और सिंगापुर की स्थायी निवासी है। बाल देखभाल केंद्र में 16 नवंबर, 2022 से बच्चे की देखरेख आरोपी महिला कर रही थी, उस दौरान उसने कथित तौर पर बच्चे पर कई बार कलम से वार किए जिससे उसके सिर और चेहरे पर घाव हो गए।

महिला ने दिया जुर्म स्वीकार करने का संकेत

महिला ने संकेत दिया कि वह अपना अपराध स्वीकार कर लेगी। उसे 15,000 सिंगापुर डॉलर पर जमानत की पेशकश की गई और उसके मामले की सुनवाई जून में फिर से होगी। दोषी पाए जाने पर महिला को आठ साल तक कैद और 8000 सिंगापुर डॉलर के जुर्माने की सजा हो सकती है। (भाषा)

यह भी पढ़ें

रूस ने अमेरिकी सैनिक को किया गिरफ्तार, प्रेमिका से मिलने के बहाने दक्षिण कोरिया से गया था मॉस्को

दुनिया को सुकून पहुंचाने वाली सबसे बड़ी खबर, यूक्रेन युद्ध रोकने को तैयार हुए पुतिन

 

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement