
दीर अल-बलाह: गाजा में एक बार फिर इजरायल ने हमले तेज कर दिए हैं। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में मंगलवार को किए गए हवाई हमले ‘सिर्फ शुरुआत हैं’ और युद्धविराम वार्ता ‘हमले जारी रहने’ के दौरान होगी। राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित रिकॉर्डेड (पहले से रिकॉर्ड) बयान में नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल तब तक हमले करता रहेगा जब तक कि वह अपने सभी युद्ध लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर लेता, जिसमें हमास को नष्ट करना और इसके द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को छुड़ाना शामिल है।
इजरायल ने किया भीषण हमला
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘‘हमास द्वारा इससे पहले रिहा किए गए बंधकों से यह साबित हो गया है कि उन्हें (बंधकों को) छुड़ाने के लिए सैन्य दबाव एक आवश्यक शर्त है।’’ इजरायल ने मंगलवार सुबह गाजा पट्टी क्षेत्र में हवाई हमले किए, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 404 फलस्तीनी मारे गए थे। ताजा हमलों ने शांति का दौर खत्म कर दिया है और संघर्ष के फिर से शुरू होने की आशंका को बढ़ा दिया है।
पीएम नेतन्याहू क्यों दिया हमले का आदेश
पीएम नेतन्याहू ने इससे पहले कहा था कि युद्धविराम को बढ़ाने के लिए वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं होने के कारण उन्होंने हमले का आदेश दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा था कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई थी। ‘व्हाइट हाउस’ ने दोबारा युद्ध जैसी स्थिति के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा था कि हमास ‘‘युद्धविराम को बढ़ाने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था, लेकिन उसने इनकार कर दिया और युद्ध को चुना।’’
'भारी कीमत चुकानी होगी'
बता दें कि, मिस्र और कतर के साथ मध्यस्थता प्रयासों का नेतृत्व कर रहे अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने पहले ही आगाह किया था कि हमास को जीवित बंधकों को तुरंत रिहा करना चाहिए ‘या फिर भारी कीमत चुकानी होगी।’ इजरायल और हमास के बीच जंग में 48,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए है और गाजा तबाह चुका है।
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