Friday, March 29, 2024
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'मैं 24 घंटे से वॉशरूम नहीं गया, चश्मा भी तोड़ दिया...' कोर्ट रूम में इमरान खान ने रोया 'दुखड़ा'

इमरान खान ने कहा कि हमारे पास दो विकल्प हैं। एक या तो हम ये मान लें कि पैसा आया और फिर दूसरा विकल्प यह है कि हम मुकदमेबाजी में जाएं और हर केस हार जाएं।

Niraj Kumar Edited By: Niraj Kumar
Updated on: May 10, 2023 17:46 IST
इमरान खान- India TV Hindi
Image Source : फाइल इमरान खान

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अल-कादिर भ्रष्टाचार मामले में कोर्ट में अपना पक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने अदालत को बताया कि जो भी पैसा आया वह कैबिनेट की मंजूरी से आया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा मेरा वारंट किसी और एजेंसी से आया है। उन्होंने कहा कि उन्हें क्या रिकॉर्ड चाहिए जो मैं नहीं दे रहा हूं। मुझे डर है कि आप मेरे साथ कुछ नहीं करोगे। इमरान खान ने सुनवाई के दौरान कहा कि पिछले 24 घंटे से वे वॉशरूम नहीं गए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा-'वे इंजेक्शन लगाते हैं और शख्स धीरे-धीरे मर जाता है।'

मुकदमेबाजी में हमने 100 करोड़ खर्च किए

इमरान खान ने कहा कि हमारे पास दो विकल्प हैं। एक या तो हम ये मान लें कि पैसा आया और फिर दूसरा विकल्प यह है कि हम मुकदमेबाजी में जाएं और हर केस हार जाएं। उन्होंने कहा कि मुकदमेबाजी में हमने आज तक 100 करोड़ रुपये खर्च किए। इमरान खान ने आरोप लगाया कि उन्हें परेशान किया गया और उनका चश्मा तोड़ दिया गया। इमरान खान को कल अल-कादिर भ्रष्टाचार मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर में गिरफ्तार किया गया था। इमरान सुनवाई के सिलसिले में कोर्ट पहुंचे थे लेकिन रेंजर्स ने उन्हें कोर्ट परिसर से हिरासत में ले लिया था। 

मैं 24 घंटे से वॉशरूम नहीं गया 

सुनवाई के दौरान इमरान खान ने कहा, "मैं 24 घंटे से वॉशरूम नहीं गया हूं।' वे चाहते थे कि उनके डॉक्टर फैजल को बुलाया जाए। इमरान ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि जो मकसू चपरासी (चपरासी) के साथ हुआ वह मेरे साथ हो। वे रमज़ान चीनी मिल मामले में शामिल एक व्यक्ति का ज़िक्र कर रहे थे जिसकी पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात में मौत हो गई थी। उन्होंने आरोप लगाया, वे आपको इंजेक्शन लगाते हैं और शख्स धीरे-धीरे मर जाता है।

 क्या है अल-कादिर ट्रस्ट मामला?

दरअसल, इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था। इस ट्र्स्ट का उद्देश्य पंजाब के झेलम जिले की सोहावा तहसील में 'गुणवत्तापूर्ण शिक्षा' प्रदान करने के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना करना था। विश्वविद्यालय के दस्तावेजों में ट्रस्ट के कार्यालय का पता "बनी गाला हाउस, इस्लामाबाद" के रूप में उल्लेख किया गया है।

बुशरा बीबी ने बाद में 2019 में एक प्राइवेट रियल एस्टेट फर्म, बहरिया टाउन के साथ दान प्राप्त करने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। ट्रस्ट ने अपने सौदे के हिस्से के रूप में बहरिया शहर से 458 कनाल, 4 मरला और 58 वर्ग फुट की भूमि प्राप्त की। हालांकि, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के अनुसार, इस 458 कनाल भूमि में से इमरान खान ने अपना हिस्सा तय किया और दान की गई 240 कनाल भूमि बुशरा बीबी की करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर स्थानांतरित कर दी।

सनाउल्लाह ने दावा किया कि इस जमीन के मूल्य को कम करके आंका गया और इमरा खान ने विश्वविद्यालय के नाम पर अपना हिस्सा प्राप्त किया, उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम ने मामले को दबाने की कोशिश की। यह घोटाला तब सामने आया जब पाकिस्तान के मीडिया ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा 180 मिलियन पाकिस्तानी रुपये प्राप्त किए गए थे, जबकि रिकॉर्ड में लगभग 8.52 मिलियन पाकिस्तानी रुपये का खर्च दिखाया गया था। 

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