Monday, May 13, 2024
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Russia Ukraine News: 10 गुना ज्यादा है रूस का रक्षा बजट, सैन्य ताकत में जानिए कहां ठहरता है यूक्रेन

रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ गई है। रूस ने यूक्रेन पर हवाई और मिसाइल हमला कर दिया है। जवाबी कार्रवाई में यूक्रेन ने भी रूस के 5 फाइटर जेट और 1 चॉपर गिराने का दावा किया है। रूस की सेना बेलारूस के रास्ते यूक्रेन में घुस गई है। जानिए ताकतवर रूस और यूक्रेन में कौन कितना ताकतवर है?

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: February 24, 2022 12:19 IST
Russian Weapons- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO Russian Weapons

Russia Ukraine News: रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ गई है। रूस ने यूक्रेन पर हवाई और मिसाइल हमला कर दिया है। जवाबी कार्रवाई में यूक्रेन ने भी रूस के 5 फाइटर जेट और 1 चॉपर गिराने का दावा किया है। रूस की सेना बेलारूस के रास्ते यूक्रेन में घुस गई है। जानिए ताकतवर रूस और यूक्रेन में कौन कितना ताकतवर है? 

यूक्रेन से 10 गुना ज्यादा है रूस का रक्षा खर्च

रूस के पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में से एक है। सैन्य खर्च के मामले में रूस दुनिया के टॉप-5 देशों में है। 2020 में रूस ने रक्षा पर 61.7 अरब डॉलर खर्च किए थे। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, यूक्रेन ने अपनी सेना पर 5.9 अरब डॉलर का खर्च किया था। यानी, रूस की तुलता में यूक्रेन ने रक्षा पर 10 गुना कम खर्च किया। इतना ही नहीं, तीनों सेनाओं के मामले में भी रूस और यूक्रेन का कोई मुकाबला नहीं है। ग्लोबल फायर पॉवर के मुताबिक, रूस के पास 30 लाख से ज्यादा जवान हैं, जिनमें से 10 लाख सक्रिय जवान हैं। वहीं, यूक्रेन के पास 11.55 लाख जवान हैं जिनमें से 2.55 लाख सक्रिय हैं। रूस के पास जहां 1500 से ज्यादा लड़ाकू विमान हैं तो यूक्रेन के पास महज 67 लड़ाकू विमान ही हैं। 

रूस और यूक्रेन के बीच क्या है विवाद?

रूस और यूक्रेन के बीच लंबे वक्त से विवाद चल रहा है. दरअसल, यूक्रेन NATO में शामिल होना चाहता है, लेकिन रूस ऐसा नहीं चाहता है। रूस को लगता है कि अगर यूक्रेन NATO में शामिल हुआ तो NATO के सैनिक और ठिकाने उसकी सीमा के पास आकर खड़े हो जाएंगे. हालांकि, NATO ने ऐसा नहीं होने का भरोसा दिलाया था। हालांकि रूस ने अब यूक्रेन पर हमहला कर दिया है। राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया और उसके बाद युद्ध और भीषण हो गया।

तबाह करने वाले ​हथियार हैं रूस के पास

पूर्व अमेरिकी मरीन और विदेश नीति अनुसंधान संस्थान के फेलो रॉब ली के एक बयान के मुताबिक रूस अपने इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल जैसे हथियारों से यूक्रेन की सैन्य इकाइयों को दूर से तबाह करने की क्षमता रखता है। रूस के पास इतने आधुनिक हथियार हैं कि यह एक दिन में हजारों लोगों को हताहत करने की क्षमता रखता है।

रूसी सेना पहले के मुकाबले अधिक ताकतवर

एक ब्रिटिश  रिपोर्ट के मुताबिक रूस की सैन्य ताकत शीत युद्ध के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद से रूस की सेना पहले के मुकाबले अधिक सक्षम है।  इसके परमाणु हथियार और वायु सेना विशेष रूप से मजबूत हैं। ग्लोबल फायरपावर कंट्रीज इंडेक्स 2022 के मुताबिक इस इंडेक्स में शामिल 140 से ज्यादा देशों में रूस को सैन्य ताकत के मामले में दूसरा स्थान दिया गया है।

ब्रिटिश थिंक टैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस ने 1990 के दशक में चेचन्या के खिलाफ लड़ाई लड़ी और 2008 में जॉर्जिया अभियान चलाया जिसमें रूस के 'उपकरण और प्रशिक्षण’ में कमियां उजागर हुई और रूस ने इन कमियों को दूर करने के लिए जी तोड़ प्रयास किए। मॉस्को ने अपने परमाणु उपकरणों को अपग्रेड किया है और नई हाइपरसोनिक और अंडरवाटर मिसाइल विकसित करना चाहता है।

कैसा है रूस का सैन्य सट्रक्चर

रूसी सशस्त्र बल तीन सेवाओं और दो प्रमुख स्वतंत्र कमानों या शाखाओं में संगठित हैं। ग्राउंड फोर्स, एयरोस्पेस फोर्स और नौसेना हैं। दो स्वतंत्र कमांड सामरिक रॉकेट फोर्स और एयरबोर्न फोर्स जिसे वीडीवी भी कहा जाता है। पिछले एक दशक में रूस ने ग्राउंड फोर्स का काफी आधुनिकीकरण किया है, विशेषकर अपने तोपखाने का। 

55 फीसदी ग्राउंड फोर्स के सैनिक एक दिन की भी छुट्टी नहीं लेते
ग्राउंड फोर्स की संख्या 280,000 बताई गई है, जिनमें से 55 फीसदी एक दिन भी छुट्टी नहीं लेते हैं और 12 महीने अपनी सेवा देते हैं। वहीं वीडीवी में कुल 45,000 सैनिक हैं। रूस को युद्ध उपकरणों के बड़े भंडार के लिए जाना जाता है। टैंक, अन्य बख्तरबंद वाहन, तोपखाने और बहुत कुछ स्टोर में रखा जाता है।
 

ये हथियार हैं रूस की ताकत

-रूस ने Tu-95 Bear-H,  Kh-555 सबसोनिक जैसे हथियारों में भारी निवेश किया है जो टर्बोफैन-संचालित पारंपरिक क्रूज मिसाइल ले जाने में सक्षम हैं। इसमें 400 किलो का वारहेड और 3500 किमी की मारक क्षमता है।

-रूस के पास KH-47M2 किंजल एयर-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल भी है। रूसी ओपन-सोर्स रिपोर्ट का दावा है कि किंजल 3,000 किमी की सीमा तक पहुंच सकता है। 

-रूस के पास 255 मिग-29/मिग-35, 131 मिग-31, 274 सुखोई एसयू-24, 342 एसयू-27/एसयू-30/एसयू-35, और 124 एसयू जैसे लड़ाकू विमान हैं। 

—1500 से अधिक लड़ाकू विमानों का बेड़ा है और बख्तरबंद वाहनों की संख्या 27100 है।  

-सेना के पास बड़ा परिवहन बेड़ा है और एक विशाल हेलीकॉप्टर बेड़ा भी है।

-538 अटैक हेलिकॉप्टरर्स और 13000 टैंक सेना के पास है।

-रूस ने सीरिया में लड़ाकू जेट का परीक्षण किया है और 2028 तक तीन Su-57 रेजिमेंट बनाने की योजना है।  

-रूसी सेना के पास Su-57 स्टील्थ फाइटर है, जिसकी कल्पना अमेरिका के F-22 रैप्टर के प्रतिद्वंद्वी के रूप में की गई थी और 2018 में रेड स्क्वायर परेड में यह शामिल हुआ। 

-रूस के पास अब लगभग दस एसएसबीएन और 20 एसएसएन और एसएसजीएन जैसे शक्तिशाली सबमरीन के बेड़े हैं। 

-पुतिन अपने परमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण कर रहे हैं जो अमेरिका के बराबर है। यह रूस को एक महाशक्ति के तौर पर स्थापित करता है। 

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