वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के मालिक एलन मस्क के बीच हुए तीखे झगड़े के बाद ट्रंप ने अपनी लाल टेस्ला मॉडल एस कार बेचने का फैसला किया है। यह खबर शुक्रवार को ब्लूमबर्ग ने दी। ट्रंप ने यह कार मार्च में करीब 80,000 डॉलर में खरीदी थी, ताकि मस्क की कंपनी टेस्ला को बढ़ावा मिले। उस वक्त ट्रंप ने कहा था, 'मैं कोई डिस्काउंट नहीं लूंगा। मस्क मुझे छूट देना चाहते थे, लेकिन मैंने मना कर दिया, वरना लोग कहेंगे मैंने फायदा उठाया।' यह कार पिछले कई हफ्तों से व्हाइट हाउस में खड़ी है।
कैसे बढ़ा दोनों के बीच झगड़ा?
गुरुवार को ट्रंप ने ओवल ऑफिस में एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि वह मस्क से 'बहुत निराश' हैं। दरअसल, मस्क ने ट्रंप के एक बड़े खर्चे वाले बिल की आलोचना की थी, जिसे कांग्रेस में पेश किया गया था। ट्रंप ने कहा, 'मैंने मस्क की बहुत मदद की है।' उन्होंने मस्क पर तंज कसते हुए कहा कि वह व्हाइट हाउस में वापस आने के लिए बेताब हैं और उन्हें 'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' हो गया है। इसके बाद मस्क ने भी पलटवार किया।
मस्क ने सोशल मीडिया पर ट्रंप पर निशाना साधा और दावा किया कि 2024 का चुनाव ट्रंप उनके 300 मिलियन डॉलर के समर्थन के बिना नहीं जीत सकते थे। मस्क ने बिना सबूत के यह भी कहा कि ट्रंप का नाम जेफ्री एप्सटीन से जुड़े सरकारी दस्तावेजों में आया है। शुक्रवार को खबरें आईं कि ट्रंप और मस्क फोन पर बात करके इस झगड़े को सुलझाने की कोशिश करेंगे। लेकिन व्हाइट हाउस ने इन खबरों को खारिज कर दिया। ट्रंप ने भी कहा, 'मुझे मस्क से बात करने में कोई खास दिलचस्पी नहीं है। वह पागल हो चुके हैं।'

ट्रंप ने क्यों खरीदी थी टेस्ला कार?
ट्रंप का टेस्ला खरीदना उस वक्त चर्चा में आया था, जब कंपनी के शेयर गिर रहे थे और मस्क की सियासी हैसियत बढ़ रही थी। लेकिन अब यह तकरार दोनों के रिश्तों में खटास ला चुकी है। कुछ ही दिन पहले तक जिगरी दोस्तों की तरह नजर आने वाले ट्रंप और मस्क अचानक जानी दुश्मनों की तरह बर्ताव करने लगे हैं। हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि ट्रंप अब अपनी लाल टेस्ला बेचने की तैयारी कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह झगड़ा सिर्फ कार बेचने तक सीमित रहता है या आगे और गहराता है।