वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रोस्टेट कैंसर से गुजर रहे हैं। इस बीमारी के इलाज के लिए वह रेडिएशन और हार्मोन थेरेपी ले रहे हैं। एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि बाइडेन को इस बीमारी का पता तब लगा था, जब उन्होंने राष्ट्रपति पद को छोड़ा था।
बाइडेन की सहयोगी ने दी ये जानकारी
बाइडेन की सहयोगी केली स्कली ने कहा, "प्रोस्टेट कैंसर के उपचार की योजना के तहत, राष्ट्रपति बाइडेन वर्तमान में रेडिएशन और हार्मोन थेरेपी ले रहे हैं।"
गौरतलब है कि बाइडेन 82 साल के हैं और उन्होंने जनवरी में राष्ट्रपति पद छोड़ दिया था। बाइडेन ने अपनी सेहत संबंधी समस्याओं की वजह से ही डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पुनर्निर्वाचन की दावेदारी छोड़ दी थी। ट्रंप ने इस चुनाव में डेमोक्रेट की कमला हैरिस को हराया था।
मई में पता लगी बीमारी
मई में, बाइडेन के राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद कार्यालय ने घोषणा की कि उन्हें प्रोस्टेट कैंसर का पता चला है और यह उनकी हड्डियों तक फैल गया है। यह पता तब चला जब उन्होंने मूत्र संबंधी लक्षणों की सूचना दी।
कैसे पता लगता है इस कैंसर के बारे में?
प्रोस्टेट कैंसर की आक्रामकता का आकलन ग्लीसन स्कोर नामक एक तकनीक का उपयोग करके किया जाता है। स्कोर 6 से 10 के बीच होता है, जिसमें 8, 9 और 10 प्रोस्टेट कैंसर ज़्यादा आक्रामक होते हैं। बाइडेन के कार्यालय ने कहा कि उनका स्कोर 9 था, जिससे पता चलता है कि उनका कैंसर सबसे आक्रामक कैंसर में से एक है।
पिछले महीने ही बाइडेन ने अपने माथे से त्वचा कैंसर के घावों को हटाने के लिए सर्जरी करवाई थी।
प्रोस्टेट कैंसर क्या है ?
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होता है और एक गंभीर रोग है। प्रोस्टेट एक छोटी ग्रंथि है, जो पुरुष प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है और मूत्राशय के नीचे स्थित होती है। इसका मुख्य कार्य वीर्य में तरल पदार्थ प्रदान करना है जो शुक्राणुओं की सुरक्षा करता है। जब प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने लगती हैं, तो उसे प्रोस्टेट कैंसर कहा जाता है।
जब ये कैंसर खतरनाक स्थिति में पहुंच जाता है तो ये शरीर के अन्य अंगों जैसे हड्डियों, फेफड़ों या लिवर तक फैल सकता है। (इनपुट: एपी)


