Friday, April 26, 2024
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इस देश में जमीन खोदी तो मिला हजारों साल पुराना खजाना, बदल सकता है मानव इतिहास!

इस देश में हजारों साल पुराने अवशेष मिले हैं। इसमें 1 लाख से ज्यादा खजाने रुपी कलाकृतियां मिली हैं। अभी भी खुदाई जारी है। शोधकर्ताओं का विश्वास है कि यहां बहुत सारा खजाना छिपा हुआ है।

Deepak Vyas Written By: Deepak Vyas @deepakvyas9826
Published on: January 17, 2024 20:05 IST
इस देश में जमीन खोदी तो मिला हजारों साल पुराना खजाना- India TV Hindi
Image Source : FILE इस देश में जमीन खोदी तो मिला हजारों साल पुराना खजाना

Brazil News: हमारी धरती में कई ऐसी जगह हैं, जिनके बारे में अभी भी लोगों को नहीं पता है। हमारी धरती कई ऐसे खजाने को समेटे हुए है, जो कभी कभार खुदाई में मिल जाते हैं। जिनकी कीमत अनमोल होती है। हजारों साल पुराना एक ऐसा ही खजाना मिला है, जिसे देखकर जानकार भी चौंक गए। अभी भी खुदाई जारी है। शोधकर्ताओं का विश्वास है कि यहां बहुत सारा खजाना छिपा हुआ है। जानिए किस देश में यह हजारों साल पुराना 'खजाना' मिला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में हजारों साल पुराने अवशेष मिले हैं। इसमें 1 लाख से ज्यादा खजाने रुपी कलाकृतियां मिली हैं। अभी भी खुदाई जारी है और शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि यहां बहुत सारा खजाना छुपा हो सकता है।

2019 में मिला था पहला अवशेष

हाल ही में ब्राजील की राष्ट्रीय ऐतिहासिक और कलात्मक विरासत संस्थान ने इन खोजों के बारे में अपनी वेबसाइट पर घोषणा की। संस्थान ने बताया कि साल 2019 में एक निर्माण स्थल से पहला अवशेष मिला था, इसके बाद इस जगह की खुदाई शुरू हुई। तब से लेकर अब तक कुल 1 लाख के करीब अनमोल कलाकृतियां मिली हैं। इतना ही नहीं, 43 कंकाल भी मिले हैं। ये अवशेष ब्राजील के तटीय शहर साओ लुइस में मिले हैं।

यह खोज ब्राजील में मानव बस्ती के इतिहास को बदलने वाली है।

6 हजार साल पुरानी साइट लंबे इतिहास का प्रमाण

इंस्टीट्यूट ने अपनी वेबसाइट पर इसकी जानकारी दी है, जिसमें कहा गया है कि 6 हजार साल से भी अधिक पुरानी यह साइट साओ लुइस आइलैंड पर मानव कब्जे के लंबे इतिहास का प्रमाण है, जो ब्राजील में पारंपरिक ऐतिहासिक रिकॉर्ड से पहले के अतीत को दर्शाता है। इंस्टीट्यूट ने बताया कि अभी भी इस आइलैंड पर खुदाई चल रही है। ऐसा अनुमान है कि यहां पर बहुत सारा खजाना मिल सकता है, जिसके बहुमूल्य कलाकृतियों में चीनी मिट्टी और अनमोल धातु के बर्तन शामिल हैं। शोधकर्ता अपने सिद्धांतों की पुष्टि के लिए अधिक सटीक प्रकार की डेटिंग का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। डेटिंग के इस प्रक्रिया को आइसोटोपिक विश्लेषण कहा जाता है, जिसमें कलाकृतियों के टुकड़ों को गैस में परिवर्तित करना शामिल है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे किस चीज से बने हैं। 

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