सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि देश के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी अपने चरम स्तर पर है। तपती गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की अधिकतम मांग 8,647 मेगावाट पर पहुंच गई, जो इसका अबतक का उच्चतम स्तर है। बिजली वितरण कंपनियों के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग का पिछला रिकॉर्ड इसी साल 29 मई को बना था जब 8,302 मेगावाट की मांग दर्ज हुई थी। दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 22 मई, 2024 को पहली बार 8,000 मेगावाट तक पहुंची थी।
'22 मई से अबतक दिल्ली में अधिकतम बिजली मांग आठ बार 8,000 मेगावाट से अधिक रही'
दिल्ली में बिजली की मांग का आंकड़ा दर्ज करने वाले स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (SLDC) के मुताबिक, भीषण गर्मी का दौर राजधानी की बिजली मांग को लगातार बढ़ाता जा रहा है। बिजली की मांग मंगलवार दोपहर तीन बजकर 22 मिनट पर 8,647 मेगावाट तक पहुंच गई। बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के अधिकारियों ने बताया कि इस साल 22 मई से अबतक दिल्ली में अधिकतम बिजली मांग आठ बार 8,000 मेगावाट से अधिक रही है। डिस्कॉम कंपनी के एक ऑफिसर ने कहा, "भीषण गर्मी में लोगों ने AC और ठंडक देने वाले अन्य उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल किया, जिससे बिजली की मांग बढ़ गई। अनुमान है कि घरेलू और वाणिज्यिक बिजली खपत में एयर कंडीशनिंग का हिस्सा 30-50 प्रतिशत तक हो सकता है।"
'दिल्ली में बिजली की खपत ने एक बार फिर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए'
मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य औसत से छह डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। वहीं अधिकतम तापमान भी 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा जो नॉर्मल से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। दिल्ली में अधिकतम तापमान पिछले कई दिन से लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। भीषण गर्मी के बीच एयर कंडीशनर और कूलर का इस्तेमाल बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की मांग में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। दिल्ली की बिजली मंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टएक्स’ पर पोस्ट में कहा, "दिल्ली में बिजली की खपत ने एक बार फिर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शहरों में घंटों बिजली कटौती अब भी आम बात है, लेकिन दिल्ली ने किसी कटौती के बगैर 8,647 मेगावाट की अधिकतम मांग को पूरा किया।"
पिछले साल की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक
दिल्ली में बिजली की पिछली अधिकतम मांग 29 जून, 2022 को 7,695 मेगावाट तक रही थी। वहीं पिछले साल की अधिकतम बिजली मांग 7,438 मेगावाट थी। मंगलवार को 8,647 मेगावाट की सर्वकालिक उच्चतम मांग पिछले साल की गर्मियों की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।
इनपुट- भाषा
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