
दिल्ली में भारी गर्मी के बीच बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। बिजली कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में बिजली की मांग इस मौसम में सबसे अधिक रही है। शुक्रवार को यहां बिजली की मांग 6867 मेगावाट रही, जो 16 मई तक दिल्ली में चार साल में सबसे अधिक है। शुक्रवार को बीआरपीएल ने 3004 मेगावाट और बीवाईपीएल ने 1479 मेगावाट की अधिकतम बिजली मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया।
दिल्ली सरकार ने बिजली की आपूर्ति के लिए कई अहम जगहों पर सोलर पैनल भी लगाए थे। सरकार के प्रयासों के चलते 2100 मेगावाट से ज्यादा बिजली की आपूर्ति ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी के जरिए पूरी की जाएगी। यह ऊर्जा 'गर्मी के महीनों में दिल्ली को सशक्त बनाने और उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
दोपहर में बिजली की मांग सबसे ज्यादा
इस साल बीएसईएस डिस्कॉम ने कई अनूठी पहल करके अपने नेटवर्क को मजबूत किया है। इसमें संभावित 'हॉट-स्पॉट' की पहचान करना और समस्या के समाधान में मदद करने के लिए थर्मो स्कैनिंग जैसी व्यापक पूर्वानुमान/रोकथाम जांच शामिल हैं। एसएलडीसी के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार दोपहर 3:17 बजे बिजली की मांग 6867 मेगावाट रही, जो 16 मई तक की सबसे अधिक है। गुरुवार दिल्ली में अधिकतम बिजली की मांग 6474 मेगावाट थी।
मई में बिजली की मांग
इस साल बिजली की अधिकतम मांग 6867 मेगावाट तक पहुंच चुकी है, जबकि 2024 में 16 मई तक अधिकतम मांग 6855 मेगावाट थी। वहीं, 2023 में यह आंकड़ा 5781 मेगावाट तक सीमित था। 2022 में 16 मई तक बिजली की अधिकतम मांग 6829 मेगावाट थी।
9000 मेगावाट तक पहुंच सकती है मांग
एसएलडीसी के अनुसार 2024 में दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 8656 मेगावाट तक पहुंची थी और यह एक रिकॉर्ड था। हालांकि, 2025 की गर्मियों के दौरान दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग पहली बार 9000 मेगावाट तक पहुंच सकती है। पिछले साल, दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग पहली बार 8000 मेगावाट को पार कर गई थी। दक्षिण और पश्चिम दिल्ली के बीआरपीएल क्षेत्र में बिजली की अधिकतम मांग, जो 2024 की गर्मियों के दौरान 3809 मेगावाट थी, 2025 की गर्मियों के दौरान लगभग 4050 मेगावाट तक पहुंच सकती है। वहीं, पूर्व और मध्य दिल्ली के बीवाईपीएल क्षेत्र में, बिजली की अधिकतम मांग 2024 की गर्मियों के दौरान 1882 मेगावाट तक पहुंच गई थी। यह इस साल लगभग 1900 मेगावाट तक पहुंच सकती है।
बीएसईएस डिस्कॉम की तैयारी पूरी
बीएसईएस डिस्कॉम दक्षिण, पश्चिम, पूर्व और मध्य दिल्ली में 50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं और 2 करोड़ निवासियों की बिजली की मांग को पूरा करने के लिए विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं। इन व्यवस्थाओं में अन्य राज्यों के साथ दीर्घकालिक पीपीए और बैंकिंग व्यवस्था और बिजली की मांग का सटीक अनुमान लगाने के लिए एआई और एमएल जैसी नवीनतम तकनीकों की तैनाती शामिल है, जो विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
दिल्ली को रोशन करेगी ग्रीन पावर
बीएसईएस क्षेत्र में गर्मियों के महीनों के दौरान विश्वसनीय बिजली सुनिश्चित करने में 2100 मेगावाट से अधिक ग्रीन पावर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इन प्रयासों के अतिरिक्त उन्नत लोड-पूर्वानुमान सांख्यिकीय और मॉडलिंग तकनीकें भी हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग करके डिस्कॉम को बिजली की मांग का सटीक पूर्वानुमान लगाने में मदद करती हैं।
(दिल्ली से अनामिका गौड़ की रिपोर्ट)