बॉलीवुड की मशहूर कपूर फैमिली को लेकर यह धारणा रही है कि यहां हर पीढ़ी के सदस्य फिल्मों से जुड़ते हैं। किसी ने सुपरस्टारडम हासिल किया, तो कुछ फ्लॉप होने के बाद पीछे हट गए। इस परिवार से कई सुपरस्टार्स जन्मे हैं, जिन्होंने अपनी कला से भारतीय सिनेमा को समृद्ध किया है। चौथी पीढ़ी में रणबीर कपूर, करीना कपूर और करिश्मा कपूर जैसे नाम बड़े परदे पर चमकते हैं, लेकिन कपूर परिवार में कई सदस्य ऐसे भी हैं, जो फिल्मी दुनिया से दूरी बनाए रखते हैं। खासतौर पर कपूर खानदान की लड़कियां ज्यादातर फिल्मों से दूर रहीं, जबकि परिवार के हर बेटे ने फिल्मों में कदम जरूर रखा, सिवाय एक के। यह शम्मी कपूर के पोते विश्वप्रताप कपूर हैं, जिनको कम ह लोग जानते हैं। विश्वप्रताप कपूर अपनी निजी और प्रोफेशनल लाइफ में व्यस्त है।
शम्मी कपूर का परिवार और अगली पीढ़ी
शम्मी कपूर की गिनती बॉलीवुड के सबसे करिश्माई और लोकप्रिय अभिनेताओं में होती है। उन्होंने अपने अभिनय और अंदाज से हिंदी सिनेमा में एक खास जगह बनाई, लेकिन उनके बेटे आदित्यराज कपूर उतनी सफलता नहीं पा सके। आदित्यराज कपूर के दो बच्चे हैं, एक बेटा विश्वप्रताप कपूर और एक बेटी तुलसी कपूर। जहां तुलसी ने म्यूजिक और आर्ट के क्षेत्र में रुचि दिखाई, वहीं विश्वप्रताप ने शुरू से ही फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बनाए रखी और शिक्षा व विज्ञान की राह चुनी। शम्मी कपूर ने सालों पहले एक वेबसाइट बनाई थी, जिसमें उन्होंने अपने पूरे परिवार की जानकारी साझा की थी।

बचपन में ही इस तरफ हुआ झुकाव
इस साइट पर विश्वप्रताप की लिखी एक बचपन की प्रोफाइल आज भी मौजूद है। इसमें उन्होंने लिखा था, 'मेरा नाम विश्वप्रताप राज कपूर है, और मुझे लोग विशु कहकर बुलाते हैं। मेरा जन्म 18 अगस्त 1983 को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल, बॉम्बे में हुआ। मैं बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ता हूं। मुझे कार, कंप्यूटर, एयर राइफल शूटिंग और विमान बहुत पसंद हैं। मैं कारों के स्केल मॉडल इकट्ठा करता हूं और आगे चलकर एक सुपरकार कंपनी में टेस्ट ड्राइवर बनना चाहता हूं।' इस प्रोफाइल से साफ है कि विश्वप्रताप का झुकाव बचपन से ही टेक्नोलॉजी और विज्ञान की ओर था।
अमेरिका में बसा ग्लैमर से दूर कपूर
समय के साथ विश्वप्रताप ने अपने बचपन के इंटरेस्ट को गंभीरता से लिया और एक अलग ही राह चुनी। उन्होंने ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी और फिर इलिनोइस यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने भारत की चकाचौंध से दूर अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में करियर शुरू किया और वहीं सैटल हो गए। विश्व की छोटी बहन तुलसी कपूर ने भी फिल्मों की बजाय म्यूजिक और आर्ट की दुनिया को चुना। वह एक म्यूजिशियन और क्रिएटिव आर्टिस्ट के तौर पर काम कर रही हैं।
पिता आदित्यराज कपूर की कोशिशें
हालांकि उनके पिता आदित्यराज कपूर ने एक्टिंग, डायरेक्शन और लेखन में हाथ आजमाया, लेकिन उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में कोई खास सफलता नहीं मिली। वहीं, उनके बेटे विश्वप्रताप ने बॉलीवुड के बजाय टेक्नोलॉजी को अपनी मंजिल बनाया और कपूर खानदान की विरासत को एक नया आयाम दिया। जहां ज्यादातर कपूर 10वीं और 12वीं पास हैं, वहीं विश्वप्रताप के पास इंजीनियरिंग की डिग्री है और उन्हें सबसे पढ़ा-लिखा कपूर कहा जाता है।
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