
नई दिल्ली: ईरान में फंसे 300 से अधिक भारतीय नागरिकों को रविवार को ईरान से भारत लाया गया है। विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक ईरानी शहर मशहद से विशेष उड़ान से 311 भारतीय दिल्ली पहुंचे हैं। इसमें यह भी कहा गया कि इस नये जत्थे के साथ, ईरान से वापस लाये गये लोगों की कुल संख्या अब 1,428 हो गई है। निकाले गए लोगों में कश्मीर के 200 से ज्यादा छात्र शामिल थे, जो ईरान में पढ़ रहे थे और इस क्षेत्र में बढ़ते संघर्ष के बीच फंस गए थे। उनके वापस आने से उन चिंतित रिश्तेदारों को राहत मिली, जो अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर अनिश्चितता से भरी रातों की नींद हराम कर रहे थे।
कुल 1428 लोगों को किया रेस्क्यू
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि 311 भारतीय नागरिक 22 जून को दोपहर साढ़े चार बजे मशहद से विशेष उड़ान से नई दिल्ली पहुंचे। उन्होंने कहा कि अब तक कुल 1,428 भारतीय नागरिकों को ईरान से निकाला जा चुका है। भारत ने ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती दुश्मनी के बीच ईरान और इजरायल से भारतीयों को वापस लाने के लिए पिछले सप्ताह ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू किया था।
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने भारत सरकार को धन्यवाद दिया
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने समय पर और कुशल हस्तक्षेप के लिए भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और ईरान में भारतीय दूतावास का हार्दिक आभार व्यक्त किया। संघ ने एक बयान में कहा, "युद्ध क्षेत्र ईरान में संकट के दिनों को झेलने वाले ये छात्र आखिरकार अपनी मातृभूमि की सुरक्षा और अपने इंतजार कर रहे परिवारों के गर्मजोशी भरे आलिंगन में लौट आए हैं।" संघ ने भारतीय और ईरानी अधिकारियों के बीच त्वरित समन्वय की भी प्रशंसा की, जिसने "बहुत गंभीर स्थिति" के दौरान निकासी सुनिश्चित की।
ईरान-इजरायल तनाव के बीच कूदा अमेरिका
बता दें कि दोनों देशों के बीच तनाव को एक सप्ताह से अधिक समय हो गया। इजरायल और ईरान एक-दूसरे के शहरों तथा सैन्य तथा सामरिक प्रतिष्ठानों पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दाग रहे हैं। इस बीच रविवार सुबह को अमेरिका भी इस युद्ध में कूद पड़ा। अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर बमबारी की, जिसके बाद तनाव काफी बढ़ गया है।