उत्तराखंड में एक बार फिर त्रासदी आई है। गोमुख से करीब 10 किलोमीटर दूर धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस घटना में फ्लैश फ्लड के कारण गांव का एक बड़ा हिस्सा बह गया। धराली के कई होटल, मकान और बाजार मलबे में तब्दील हो गए। यह घटना इतनी तेजी से हुई कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। सिर्फ 30 सेकंड के भीतर धराली गांव दो हिस्सों में बंट गया। इस बीच, दिल को झकझोर देने वाला एक वीडियो सामने आया है। सैलाब और मलबे के बीच एक शख्स किसी तरह जान बचाकर भागता नजर आ रहा है।
नदी के किनारे बसा है धराली गांव
ये मंजर उस वक्त का है, जब हर्षिल के पास धराली गांव में मौत ने पंजा मारा। हर्षिल से ऊंचाई वाले इलाके में बादल फटा। इसके बाद पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा और पानी तेज बहाव के साथ खीरगंगा नदी में आया। इससे नदी का वॉटर लेवल कुछ ही सेकेंड्स में तीस फुट तक बढ़ गया। चूंकि धराली गांव नदी के किनारे हैं, इसलिए कुछ ही सेकेंड्स में धराली गांव में तबाही ने तांडव मचा दिया। नदी का पानी और कीचड़ सब बहा ले गया। होटल और दूसरी बिल्डिंग्स, सड़कों पर चल रही गाड़ियां, जो भी रास्ते में आया वो कीचड़ में समा गया।
भयावह मंजर को देखते रह गए दूसरे गांव के लोग
जिस इलाके में तबाही हुई उससे कुछ ही उंचाई पर दूसरा गांव मुखवां है। मुखवां के लोग धराली की तरफ बढ़ती हुई तबाही को देख रहे थे, लेकिन वो कुछ कर नहीं सकते थे। पहाड़ों में दूर से लोगों को सावधान करने के लिए खतरे का संकेत भेजने के लिए लोगों ने सीटी बजाया। मुखवां गांव के लोग जोर-जोर से सीटी बजाते रहे, लेकिन पहाड़ से नदी के रास्ते आ रही मौत का शोर इतना ज्यादा था कि इंसानों की आवाज उन मासूमों तक नहीं पहुंच पाई, जो धराली गांव में निश्चिंत होकर घूम रहे थे या होटल्स में थे।
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