Saturday, May 04, 2024
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'निर्दोष गौभक्त मोनू को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया, बहुत भारी पड़ेगा...' वीएचपी अध्यक्ष ने किया ट्वीट

मोनू मानेसर की गिरफ्तारी और राजस्थान पुलिस को ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद वीएचपी मोनू के समर्थन में खुलकर सामने आ गई। वीएचपी अध्यक्ष आलोक कुमार ने ट्वीट कर मोनू की गिरफ्तारी को मुस्लिम वोटरों को खुश करने की कार्रवाई बताया।

Reported By : Shoaib Raza Edited By : Niraj Kumar Updated on: September 13, 2023 6:23 IST
आलोक कुमार, विश्व हिंदू परिषद्- India TV Hindi
Image Source : फाइल आलोक कुमार, विश्व हिंदू परिषद्

नई दिल्ली : मोनू मानेसर की गिरफ्तारी और राजस्थान पुलिस को प्रोडक्शन वारंट मिलने के बाद विश्व हिंदू परिषद् ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। वीएचपी के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि मोनू मानेसर निर्दोष गौभक्त है। राजस्थान पुलिस ने कुछ समय पहले उसे निर्दोष माना था लेकिन अब उसे गिरफ्तार कर लिया है। यह उन्हें बहुत भारी पड़ेगा। मोनू मानेसर के लिए जरूरत पड़ने पर विश्व हिंदू परिषद् आंदोलन भी करेगी।

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मुस्लिम वोट बैंक लिए मोनू की गिरफ्तारी

आलोक कुमार ने लिखा-'निर्दोष गौभक्त मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है,जबकि कुछ समय पहले ही राजस्थान पुलिस ने निर्दोष माना था,चुनावों में मुस्लिम वोट बैंक लिए गौभक्त मोनू की गिरफ्तारी हुई है, जो उन्हें बहुत भारी पड़ेगा। विश्व हिंदू परिषद गौभक्त मोनू मानेसर को हर प्रकार से सहायता करेगी और आवश्कता पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।'

राजस्थान पुलिस को मिली ‘ट्रांजिट रिमांड’ 

दरअसल, हरियाणा के नूंह जिले में जुलाई में हुई हिंसा एवं राजस्थान में दो मुस्लिमों की हत्या के मामले में आरोपी गोरक्षक मोनू मानेसर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। राजस्थान पुलिस ने मोनू के खिलाफ फरवरी में दो मुस्लिमों की हत्या करने का मामला दर्ज किया था। इसके अलावा उस पर हरियाणा में सांप्रदायिक नफरत फैलाने का भी आरोप है। नूंह की एक अदालत से ‘ट्रांजिट रिमांड’ मिलने के बाद उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया गया। नूंह पुलिस ने उसे कथित तौर पर गुरुग्राम के मानेसर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि मोनू के पास से एक पिस्तौल, तीन कारतूस और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है। नूंह पुलिस ने बताया कि उसने मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए पड़ोसी राज्यों और जिलों को उसकी गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया। राजस्थान का डीग जिला नूंह से सटा है। 

नूंह पुलिस ने मोनू के खिलाफ दर्ज की थी एफआईआर

मोनू मानेसर का असली नाम मोहित यादव है। उसपर कुछ लोगों द्वारा 31 जुलाई की घटना को भड़काने का आरोप लगाया गया था, जिसके तहत नूंह में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा को निशाना बनाया था- जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, नूंह पुलिस द्वारा मोनू मानेसर के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक मैसेज से संबंधित है। नूंह पुलिस ने कहा कि यह पोस्ट धार्मिक भावनाओं को भड़काने प्रयास था। इसमें कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। 

नासिर, जुनैद की हत्या में साजिश का आरोप

मोनू पर हरियाणा के नूंह से सटे राजस्थान के डीग जिले (पूर्व में भरतपुर जिला) के घाटमीका गांव के दो लोगों को गो तस्कर बताकर उनका अपहरण करने और उनकी हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है। फरवरी में नासिर (25) और जुनैद (35) का डीग जिले से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था। अगली सुबह उनके शव हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले थे। भरतपुर के आईजी पुलिस रूपिंदर सिंह ने बताया कि मोनू की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिलने के बाद डीग से एक टीम मंगलवार को नूंह गई। उन्होंने शाम को कहा, ‘‘उसे (मोनू) नूंह पुलिस ने अदालत में पेश किया गया और राजस्थान पुलिस ने भी उसकी हिरासत की मांग के लिए एक आवेदन दायर किया था। अदालत ने उसकी हिरासत राजस्थान पुलिस को दे दी। ’ (इनपुट-भाषा)

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