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India TV-CNX Opinion Poll: क्या CAA लागू होने से आगामी लोकसभा चुनाव पर होगा असर? जानें आंकड़ों का गणित

देश में सीएए लागू हो चुका है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में इसका क्या असर होगा। India TV-CNX ने अपने ओपिनियन पोल में यही जानने की कोशिश की है।

Written By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published : Mar 13, 2024 18:22 IST, Updated : Mar 15, 2024 9:31 IST
India TV-CNX Opinion Poll- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV India TV-CNX Opinion Poll

लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। चुनाव आयोग जल्द ही लोकसभा चुनाव 2024 के तारीखों की घोषणा कर देगा। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीएए कानून पूरे देश के लिए लागू कर दिया। इसके बाद से ही मुस्लिम समुदाय में असमंसज की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच इंडिया टीवी CNX ओपिनियन पोल ने लोगों की राय जानने की कोशिश कि क्या CAA लागू होने से आगामी लोकसभा चुनाव पर असर होगा? पोल में लोगों ने अपनी राय रखी जो आकंड़े आपके सामने हम रख रहे हैं।

क्या CAA लागू होने से आगामी लोकसभा चुनाव पर असर होगा?

राजनीतिक विद्वानों का मानना है कि CAA का चुनाव पर असर तो होगा। लेकिन कैसे और कितना ये देखने वाला है।? INDIA TV CNX ओपिनियन पोल ने लोगों से पूछा कि CAA लागू होने से चुनाव पर क्या असर पड़ेगा? जो आंकड़े सामने आए वो हैरान करने वाले हैं।

INDIA TV CNX ओपिनियन पोल में 72 फीसदी लोगों ने माना कि इससे ध्रुवीकरण बढ़ेगा। 20 प्रतिशत का मानना है कि कोई असर नहीं पड़ेगा, 2 फीसदी लोगों को लगता है कि मुसलमान मोदी को समझेंगे और 6 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इस बारे में कुछ कह नहीं सकते हैं।

CAA लागू होने से बीजेपी को फायदा मिलेगा? 

CAA लागू हो जाने के बाद किए गए इस सर्वे में सबसे पहला सवाल हमने पूछा कि क्या CAA लागू होने से बीजेपी को फायदा होगा? जवाब में 62% लोगों ने कहा कि हां बीजेपी को फायदा होगा। 24% लोगों ने कहा कि बीजेपी को फायदा नहीं होगा। 14% लोगों ने इस सवाल पर कोई स्पष्ट राय जाहिर नहीं की।

सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा पश्चिम बंगाल

जानकारी दे दें कि CAA का सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिम बंगाल पर पड़ रहा है क्योंकि धर्म के आधार पर बांग्लादेश में सताए गए शरणार्थियों की संख्या सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में ही है। पश्चिम बंगाल में CAA लागू करने का सबसे ज़्यादा असर उन सीटों पर है जहां बंगाली मतुआ वोटर्स सबसे अधिक हैं। दक्षिण पूर्व बंगाल यानी बांग्लादेश की सीमा से लगती ऐसी ही 3 सीटें हैं बनगांव, रानाघाट और कृष्णानगर। बनगांव बीजेपी के मतुआ लीडर शांतनु ठाकुर की सीट है। रानाघाट से बीजेपी के जगन्नाथ सरकार मौजूदा सांसद हैं और कृष्णानगर से तृणमूल की महुआ मोइत्रा MP चुनी गई थीं।

इन तीनों ही सीटों पर CAA का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। मतुआ वोट के कारण बनगांव व रानाघाट सीट पर बीजेपी को CAA से बड़ी जीत मिल सकती है। बनगांव सीट शांतनु ठाकुर की सीट है। शांतनु ठाकुर मतुआ माता वीणापाणि देवी के पोते हैं। वो बीजेपी से सांसद हैं और मोदी सरकार में मंत्री भी हैं। बनगांव की ये सीट पहले भी बीजेपी जीत रही थी, लेकिन CAA लागू होने के बाद यहां बीजेपी को बड़ी जीत मिलती दिख रही है। मतुआ वोटर के असर वाली एक और सीट है रानाघाट। यहां भी बीजेपी पहले जीत रही थी। CAA लागू होने के बाद बीजेपी की जीत बहुत बड़ी होगी। वहीं, कृष्णानगर सीट पर CAA से बीजेपी को आसान जीत मिल सकती है।

कूच बिहार, दमदम और मुर्शिदाबाद सीट पर भी इफेक्ट

पश्चिम बंगाल में मतुआ इफेक्ट वाली तीन और सीटें हैं- कूच बिहार, दमदम और मुर्शिदाबाद। कूच बिहार और दमदम से बीजेपी आगे है। वहां के रिज़ल्ट पर CAA का कोई असर नहीं है। मुर्शिदाबाद में तृणमूल आगे है, वहां मुस्लिम आबादी इतनी ज़्यादा है कि मतुआ चुनाव नतीजे पर कोई असर नहीं डाल पाएंगे। 

इसके अलावा तीन और सीटें हैं बारासात, बैरकपुर और बशीरहाट। बारासात और बैरकपुर में ओपिनियन पोल का रिज़ल्ट बदल रहा है। पिछले हफ्ते तक यहां तृणमूल आगे दिख रही थी, अब बीजेपी आगे हो गई है। इसी तरह बैरकपुर में CAA इफेक्ट के बाद बीजेपी ने तृणमूल को पीछे छोड़ दिया है। बशीरहाट सीट पर तृणमूल आगे थी। यहां 47% मुस्लिम वोटर हैं। अभी भी तृणमूल ही आगे दिख रही है। बारासात TMC का मजबूत किला है। 2009 से लगातार डॉ. काकली घोष दस्तीदार सांसद हैं, लेकिन CAA यहां का इक्वेशन चेंज करता दिख रहा है। CAA लागू होने से बीजेपी को बड़ा फायदा होता दिख रहा है।

बैरकपुर सीट अर्जुन सिंह के कारण चर्चा में है। अर्जुन सिंह पिछले दिनों 3 बार पलटी मार चुके हैं। वो पहले तृणमूल में थे। तृणमूल से बीजेपी में गए थे, अब कुछ ही दिन पहले वो बीजेपी से तृणमूल में आए। फिर तृणमूल ने अर्जुन सिंह को बैरकपुर का टिकट नहीं दिया तो वो वापस बीजेपी में चले गए। बैरकपुर में भी मतुआ वोटर्स बड़ी तादाद में हैं। CAA लागू होने के बाद यहां बीजेपी को फायदा हो रहा है।

बांग्लादेश सीमा से लगती सीटों पर भी मतुआ इफेक्ट

बांग्लादेश सीमा से लगती सीटों के अलावा भी कुछ सीटें हैं जहां मतुआ इफेक्ट नजर आता है। ऐसी सीटों में हावड़ा, बर्धमान पूर्व, बर्धमान-दुर्गापुर और बोलपुर शामिल हैं। बता दें कि कोलकाता से सटे हावड़ा में TMC आगे जरूर है लेकिन CAA लागू होने से बीजेपी मुकाबले में आ गई है। यहां रूझान बदल भी सकता है। इसी तरह बर्धमान पूर्व में भी बीजेपी अब कड़ी टक्कर दे रही है। बढ़त TMC की बरकरार है लेकिन यहां भी खेल पलट सकता है। TMC यहां अपनी बढ़त खो भी सकती है। बर्धमान-दुर्गापुर सीट की बात करें तो यहां बीजेपी GAIN कर रही है, CAA से उसे फायदा हो रहा है। बोलपुर सीट पर भी मतुआ वोटर्स का इंपैक्ट दिख रहा है। बीजेपी यहां बड़ी लीड ले सकती है।

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