कर्नाटक में कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने विज्ञापनों में ‘चोम्बू’ (खाली लोटा) से तुलना कर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा था जिस पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है। दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर राज्य के लिए कुछ भी नहीं करने का आरोप लगाया है। लोटे को कन्नड भाषा में ‘चोम्बू’ कहा जाता है, जिसे ‘छल और खोखलेपन’ का प्रतीक माना जाता है।
BJP ने आज कांग्रेस की सरकार को हिंदुओं के लिए खतरनाक बताते हुए विज्ञापन जारी किया है, इसमें कांग्रेस सरकार में हिंदुओं के खिलाफ हुई 9 घटनाओं का उल्लेख किया गया है। बीजेपी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है- कांग्रेस डेंजर है
- दलितों के कल्याण का पैसा किसी और को जाना चाहिए क्या?
- होटल में चाय पीने गए मासूम बम धमाके का शिकार होने चाहिए क्या?
- ऑटो में जाने वाले लोग कूकर बम धमाके की बलि चढ़ने चाहिए क्या?
- कॉलेज जाने वाली छात्रा लव जिहाद का शिकार होनी चाहिए क्या?
- DJ हल्ली K G हल्ली में दंगा करते वालों को बचाने वाले चाहिए क्या?
- मासूम नक्सलियों की बलि चढ़ जाएं ये होना चाहिए क्या?
- कान्नडिगा के हक का कावेरी पानी दूसरे राज्य को मिलना चाहिए क्या?
- विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा सुनना चाहिए क्या?
- गौ वंश कसाई खाने पहुंचना चाहिए क्या?
क्या है खाली लोटा मामला?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक रैली में जनता दल (सेक्युलर) पार्टी के प्रमुख एचडी देवगौड़ा के बगल में बैठे हुए तस्वीर के बाद वाकयुद्ध छिड़ गया। देवगौड़ा अपने हाथ में एक अखबार लिए हुए थे, जिसके पहले पन्ने पर कांग्रेस का खाली लोटा विज्ञापन दिख रहा था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक्स पर पीएम मोदी और देवेगौड़ा की एक तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने ट्वीट किया, "देवेगौड़ा कलाकार को कला दिखा रहे हैं।" उनके बाद कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर उसी तस्वीर को "काव्य न्याय" शीर्षक के साथ शेयर किया।
हालांकि, भाजपा ने इसपर तुरंत प्रतिक्रिया दी। एक्स पर बीजेपी ने 2013 में सिद्धारमैया की एक 'खाली लोटा' पकड़े हुए तस्वीर पोस्ट की।
बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ व्यांग्यात्मक अभियान में आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने राज्य सरकार को चोम्बू (लोटा) उपहार में दिया है जिसके बाद दोनों दलों में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अखबारों में पूरे पन्ने के विज्ञापन में स्टील से बने गोल आकार के पात्र की तस्वीर के साथ कन्नड में लिखा था, ‘‘मोदी सरकार का कर्नाटक को उपहार - चोम्बू!’’ कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कर्नाटक के लोगों को सभी के खाते में 15 लाख रुपये जमा करने, किसानों की आय दोगुनी करने, कर हस्तांतरण और राज्य को सूखा और बाढ़ राहत देने के वादों के बदले ‘चोम्बू’ मिला है। कांग्रेस ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा था, ‘‘राज्य में 27 भाजपा और जेडीएस सांसदों का योगदान ‘चोम्बू’ है। आइए इस चुनाव में भाजपा को ‘चोम्बू’ दें।’