Sunday, April 28, 2024
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अनिल एंटनी के बाद शशि थरूर? कांग्रेस से इस्तीफा देने वालों में अगला कौन?

सीपीआई (एम) कुछ समय से कह रही है कि कांग्रेस भाजपा की भर्ती एजेंसी में बदल गई है। अब भाजपा के हाथ एक बेशकीमती नेता आया है तो माना जा रहा है कि आगे कांग्रेस के कुछ और लोग भाजपा में शामिल हो सकते हैं जिनमें कुछ पूर्व विधायक भी हैं।

Khushbu Rawal Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Published on: April 08, 2023 16:10 IST
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Image Source : PTI कांग्रेस नेता शशि थरूर

तिरुवनंतपुरम: अनिल एंटनी के भाजपा में जाने से केरल में कांग्रेस को करारा झटका लगा है और हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल रह गया है कि इस्तीफा देने वालों में अगला कौन है? भले ही अनिल ने पार्टी के प्रति अपनी नाखुशी व्यक्त की थी, जहां उनके पिता केरल में सबसे बड़े आइकॉन रहे हैं, एक पुरानी रिपोर्ट में अनिल के हवाले से कहा गया था कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। यह दशार्ता है कि निर्णय अचानक नहीं लिया गया था। यह एक सोची समझी चाल लगती है और राजनीतिक चर्चा यह है कि भाजपा में शीर्ष स्तर पर चर्चा हुई और जब हरी झंडी मिली तो अनिल ने मोर्चा संभाल लिया।

जब उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस का लाइव प्रसारण किया गया तो यह खबर सार्वजनिक हो गई, इसने सीपीआई (एम) की केरल इकाई और बीजेपी को खुश कर दिया। जल्द ही साइबर दुनिया हरकत में आ गई और सवाल उठने लगे कि अगला कौन है, क्योंकि सीपीआई (एम) कुछ समय से कह रही है कि कांग्रेस भाजपा की भर्ती एजेंसी में बदल गई है। अब भाजपा के हाथ एक बेशकीमती नेता आया है तो माना जा रहा है कि आगे कांग्रेस के कुछ और लोग भाजपा में शामिल हो सकते हैं जिनमें कुछ पूर्व विधायक भी हैं।

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Image Source : PTI
शशि थरूर

लंबे समय से, जो अफवाहें सामने आ रही हैं कि तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सदस्य शशि थरूर के पाला बदल सकते हैं, हालांकि उनके करीबी जानते हैं कि वह कभी भाजपा के बारे में नहीं सोचेंगे। वे किसी दूसरी पार्टी में जा सकते हैं, लेकिन वह अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक समीक्षक ने कहा कि भले ही अनिल कांग्रेस की राजनीति की वास्तविक दुनिया में राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर मायने नहीं रखते हों, भाजपा के लिए यह एक बड़ी नैतिक जीत है।

उन्होंने कहा, अब यह सवाल लाजमी है कि अगर एंटनी के बेटे कर सकते हैं, तो दूसरे क्यों नहीं, क्योंकि केरल के ईसाई बिशप भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए लाइन लगा देते हैं जो स्पष्ट संकेत देता है कि यहां के लोगों के भाजपा अब अछूत नहीं है।

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सीपीआई (एम) उत्साहित दिख रही है क्योंकि वह जानती है कि कमजोर कांग्रेस उनके लिए बहुत बड़ी टॉनिक है, क्योंकि भाजपा वामपंथियों के वोट कभी नहीं काट सकती।

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