Thursday, March 28, 2024
Advertisement

शनिवार को चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र की युति, हर काम में सफलता पाने के लिए करें ये खास उपाय

आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र की युति होगी। चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र की ये युति बड़ी ही शुभ है।

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated on: December 04, 2020 13:40 IST
शनिवार को बन रहा है  चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र का युति, हर काम में सफलता पाने के लिए करें ये खास उपा- India TV Hindi
Image Source : INSTGRAAM/NIRLIPTA_LEISURELEAPS शनिवार को बन रहा है  चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र का युति, हर काम में सफलता पाने के लिए करें ये खास उपाय

मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि और शनिवार का दिन है। पंचमी तिथि रात 8 बजकर 11 मिनट तक रहेगी। साथ ही पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 8 बजकर 13 मिनट तक इंद्र योग रहेगा। यदि कोई राज्य पक्ष का कार्य रुका हो तो उसे इस योग में पुरा करने का प्रयास करेंगे तो पूर्ण होगा। परंतु ऐसे कार्य प्रात:, दोपहर अथवा शाम को ही करें। रात को ऐसे कार्य नहीं करने चाहिए। साथ ही दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक पुष्य नक्षत्र रहेगा उसके बाद आश्लेषा नक्षत्र लग जाएगा।

आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र की युति होगी। चन्द्रमा और पुष्य नक्षत्र की ये युति बड़ी ही शुभ है। इसके अलावा पुष्य नक्षत्र की बात करें तो पुष्य आठवां नक्षत्र है। यह एक शुभ नक्षत्र है। इस नक्षत्र के दौरान शुभ कार्य करने से सफलता मिलती है। नए सामान जैसे सोना-चांदी की खरीदारी के लिए भी पुष्य नक्षत्र बड़ा ही शुभ है। पुष्य का अर्थ होता है- पोषण करने वाला। आपको बता दें कि पुष्य नक्षत्र की राशि कर्क है। इस नक्षत्र के चारों चरण कर्क राशि में ही आते हैं। पुष्य नक्षत्र ऊर्जा और शक्ति प्रदान करने वाला है।इसे शुभ, सुंदर और सुख सम्पदा देने वाला माना गया है। चंद्र पुष्य युति में  किये जाने वालें उपायों के बारे में।

11 दिसंबर को शुक्र कर रहा है वृश्चिक राशि में प्रवेश, इन 3 राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा प्रभाव

  • अगर आप अपने जीवनसाथी में धार्मिक कार्यों के प्रति रुचि को बढ़ाना चाहते हैं, तो आज  आपको किसी धार्मिक स्थल पर रूई की बत्ती का दान करना चाहिए। बेहतर होगा कि आप खुद अपने हाथों से रूई की बत्ती बनाकर, उसे अपने जीवनसाथी के हाथों से स्पर्श कराकर दान करें।
  • अगर आपके परिवार में सब लोग छोटी-छोटी बातों को लेकर जल्दी परेशान हो जाते हैं और एक-दूसरे की बातों पर ज्यादा गौर नहीं करते हैं, तो आज  आपको चंद्रदेव के इस खास मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र है -  'सौं सोमाय नमः।‘
  • अगर आप चाहते हैं कि घर-परिवार और आस-पास के सब लोग आपके कार्यों में मददगार साबित हों, तो आज आपको अपनी मां या मौसी को सफेद रंग का तौलिया भेंट करना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।

गुणहीन व्यक्ति को अपने अंदर बदलाव लाने के लिए करना होगा बस ये एक काम, देखते ही देखते सब हो जाएगा ठीक

  •  अगर आप अपना स्वास्थ्य बेहतर बनाये रखना चाहते हैं, तो आज  आपको गाय माता का आशीर्वाद लेना चाहिए और रोटी पर दूध-चावल से बनी खीर रखकर गाय को खिलानी चाहिए।
  •  अगर आपकी संतान अपना खुद का कोई बिजनेस खोलना चाहती है या आप उसका बिजनेस खुलवाना चाहते हैं, लेकिन उसमें बिजनेस की इतनी समझ नहीं है तो अपनी संतान के अंदर वो समझ डेवलप करने के लिये आज आपको साफ, शुद्ध मिट्टी लेनी चाहिए। अब उस मिट्टी को पानी की सहायता से गाढा करके उससे 27 छोटी-छोटी गोलियां बनाएं और उन्हें अच्छे से सुखा लें। अब उन गोलियों को आज से लेकर अगले 27 दिनों तक एक-एक करके अपनी संतान के हाथों से किसी मन्दिर में रखवाएं।
  • अगर आपके दाम्पत्य संबंधों में किसी न किसी बात को लेकर तनाव बना रहता है, तो आज  आपको चांदी का चंद्रमा धारण करना चाहिए। अगर संभव हो तो अपने जीवनसाथी को भी धारण करवाएं।

मनुष्य ऐसे व्यक्ति पर आंख बंद करके कर सकता है भरोसा, मुसीबत आने पर भी हर कीमत पर देगा साथ

  • अगर आपके जीवन में किसी प्रकार की कठिन परिस्थिति चल रही है तो उस कठिन परिस्थिति से बाहर  निकलने के लिये आज आपको सुबह स्नान आदि के बाद नागकेसर के पेड़ या पौधे को प्रणाम करना चाहिए। साथ ही उसकी जड़ में जल चढ़ाना चाहिए। लेकिन अगर आपको कहीं आस-पास नागकेसर का पेड़ न मिले तो इंटरनेट से नागकेसर की फोटो डाउनलोट करके उसके दर्शन कर लें। यहां ध्यान रहे कि फोटो में नागकेसर के पेड़ पर फूल जरूर लगे होने चाहिए, यानी वह पेड़ हरा भरा होना चाहिए।
  • अगर आप अपने घर में सुख-समृद्धि बढ़ाना चाहते हैं तो आज  आपको पंसारी की दुकान से एक नागकेसर का सूखा फूल लेना चाहिए और उसे अपने घर के मन्दिर में रखना चाहिए। अब उसकी विधि-पूर्वक पूजा करनी चाहिए और मंत्र जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

इस प्रकार पूजा के बाद उस फूल को एक कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रख लें।

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Religion News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement