Will continue to make diesel cars that customers can afford, says Maruti Chairman RC Bhargav
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने मंगलवार को कहा कि वह ऐसी डीजल कार बनाना जारी रखेगी, जो लोगों के बजट में हो। इस प्रकार कंपनी ने संकेत दिया कि वह डीजल कारों का विनिर्माण पूरी तरह नहीं रोकेगी। उल्लेखनीय है कि अगले साल अप्रैल से बीएस-छह उत्सर्जन नियमों के अनुरूप आने वाली कारें महंगी होंगी।
वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मारुति एस-क्रॉस, सियाज, विटारा ब्रेजा, डिजायर, बलेनो और स्विफ्ट सहित डीजल इंजन से लैस कई मॉडलों की बिक्री करती है। एमएसआई के चेयरमैन आर सी भार्गव से जब पूछा गया कि क्या कंपनी ने डीजल कारों का विनिर्माण बंद करने का फैसला किया है तो उन्होंने कहा कि नहीं। हमने कहा है कि हम ऐसी डीजल कार नहीं बनाएंगे, जिनके बारे में हमें लगेगा कि ग्राहक उन्हें नहीं खरीदेंगे।
भार्गव ने कहा कि छोटी डीजल कारें महंगी हो जाएंगी और कम बजट वाले ग्राहकों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी। उन्होंने कहा ग्राहक छोटी कार नहीं खरीदेंगे। भार्गव ने कहा कि कीमत बढ़ने पर कोई भी कंपनी डीजल इंजन वाली छोटी कार नहीं बनाना चाहेगी।
जब उनसे पूछा गया कि क्या डीजल की छोटी कारें नहीं बनाने से कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटेगी, तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होगा। वर्तमान में घरेलू यात्री वाहन बाजार में मारुति सुजुकी इंडिया की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि स्मॉल कार मार्केट पेट्रोल और सीएनजी की तरफ मुड़ेगा।
भारत स्टेज 6 (बीएस 6) उत्सर्जन नियम 1 अप्रैल 2020 से पूरे देश में लागू होंगे। इससे डीजल कारों की कीमत पर असर पड़ेगा। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का मानना है कि डीजल कारों की कीमत नए नियमों के कारण 2 लाख रुपए तक बढ़ जाएगी।



































