उत्तर भारत में सर्दी ने इस बार कुछ ज्यादा ही सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। ठंड के साथ-साथ घना कोहरा अब आम जनजीवन के लिए नई चुनौती बनता जा रहा है। शनिवार सुबह ग्रेटर नोएडा के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर जो हुआ, वह इस खतरे की एक गंभीर याद दिलाता है। कम विजिबिलिटी के चलते एक के बाद एक करीब एक दर्जन वाहन आपस में टकरा गए। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जानलेवा चोट नहीं आई, लेकिन कई लोग घायल हुए और कई वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। यह हादसा साफ बताता है कि कोहरे में जरा सी लापरवाही भी बड़े हादसे में बदल सकती है।
घने कोहरे में वाहन चलाते समय हर किसी को कुछ बातों का ध्यान रखना जरूर रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर कुछ बुनियादी सावधानियां बरती जाएं तो हादसों के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
1. धीमी रफ्तार में गाड़ी चलाएं
कोहरे में तेज गति सबसे बड़ी दुश्मन होती है। विजिबिलिटी कम होने पर अचानक सामने आ गए वाहन या रुकावट को देख पाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए हमेशा निर्धारित सीमा से भी कम रफ्तार में वाहन चलाएं।
2. फॉग लाइट और लो बीम का सही इस्तेमाल
कई लोग कोहरे में हाई बीम लाइट जला देते हैं, जिससे रोशनी वापस आंखों पर पड़ती है और दिखना और मुश्किल हो जाता है। फॉग लाइट या लो बीम हेडलाइट का इस्तेमाल ही सुरक्षित विकल्प है।
3. आगे वाले वाहन से सुरक्षित दूरी रखें
कोहरे में ब्रेक लगाने की जरूरत अचानक पड़ सकती है। ऐसे में आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है, ताकि टक्कर से बचा जा सके।
4. ओवरटेक करने से बचें
कम विजिबिलिटी में ओवरटेक करना जोखिम भरा होता है। सामने से आ रहे वाहन का अंदाजा नहीं लग पाता, जिससे आमने-सामने की टक्कर का खतरा बढ़ जाता है।
5. अलर्ट रहें और जरूरी हो तो रुक जाएं
अगर कोहरा बहुत घना हो और सड़क बिल्कुल साफ नजर न आ रही हो, तो बेहतर है कि किसी सुरक्षित जगह पर वाहन रोक दें। रेडियो, नेविगेशन या ट्रैफिक अपडेट से हालात की जानकारी लेते रहें।



































