Wednesday, December 11, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. कोरोना संकट: श्रमिक संगठनों का बैंक सेवाएं सीमित करने, शाखाओं में काम के घंटे कम करने का आग्रह

कोरोना संकट: श्रमिक संगठनों का बैंक सेवाएं सीमित करने, शाखाओं में काम के घंटे कम करने का आग्रह

बैंक यूनियनों ने स्थिति ठीक होने तक बैंक सेवाएं केवल जरूरी कार्यों तक सीमित करने और कामकाज के घंटे कम कर 3-4 घंटे किये जाने की मांग की है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published : April 21, 2021 21:18 IST
कोरोना संकट बढ़ने से...- India TV Paisa
Photo:PTI

कोरोना संकट बढ़ने से बैंकों में काम के समय में कटौती का मांग

नई दिल्ली। देश में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बैंक यूनियनों ने भारतीय बैंक संघ (आईबीए) से स्थिति में सुधार आने तक बैंक कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिये सेवाओं को सीमित करने और लोगों के शाखाओं में आकर लेन-देन के कार्यों को कम कर करीब तीन घंटे किये जाने का आग्रह किया है। नौ श्रमिक संगठनों का शीर्ष मंच यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) ने आईबीए के चेयरमैन राज किरण राय जी को भेजे पत्र में कहा है कि शाखाओं में ग्राहकों का आना लगातार जारी है। ग्राहक सभी प्रकार की सेवाओं के लिये आ रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है। यूएफबीयू ने कहा, ‘‘हम बैंक कर्मचारियों के लगातार संक्रमित होने, अस्पतालों में उनके भर्ती होने और मृत्यु की सूचना से व्यथित हैं।’’ 

यूनियन ने कहा इस विकट स्थिति को देखते हुए बैंक कर्मचारियों की तरफ से अपील है कि इस पर तुरंत गौर किया जाए और निर्णय किया जाए। बैंक यूनियनों ने स्थिति ठीक होने तक बैंक सेवाएं केवल जरूरी कार्यों तक सीमित करने और कामकाज के घंटे कम कर 3-4 घंटे किये जाने की मांग की है। यूएफबीयू ने संकुल बैंकिंग (क्लस्टर या हब) की व्यवस्था किये जाने की भी मांग की है। इसके तहत प्रत्येक इलाके में हर बैंक की कुछ शाखाओं को चिन्हित किया जाए ताकि बैंक कर्मचारी बारी-बारी से काम कर सके और संक्रमण से बच सके। पिछले सप्ताह भी यूएफबीयू ने इसी प्रकार के अनुरोध को लेकर वित्तीय सेवा विभाग के सचिव देबाशीष पांडा को पत्र लिखा था। 

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement