नई दिल्ली। भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर में बिक्री की मात्रा लॉकडाउन पूर्व के स्तर की तुलना में 90 प्रतिशत बहाल हो गई है। यह जानकारी सोमवार को एक रिपोर्ट में सामने आई है। भारत के एक प्रमुख ई-कॉमर्स केंद्रित आपूर्ति श्रंखला एसएएएस (सॉफ्टवेयर-ऐज-ए-सर्विस) प्लेटफॉर्म, यूनीकॉमर्स द्वारा उपभोक्ता रुझान पर किए गए विश्लेषण के अनुसार, ई-कॉमर्स सेक्टर का अनुमान है कि महीने के अंत तक लॉकडाउन पूर्व की बिक्री का स्तर बहाल हो जाएगा।
यूनीकॉमर्स के सीईओ कपिल मखीजा ने एक बयान में कहा, "ई-कॉमर्स सेक्टर भारत की सकल अर्थव्यवस्था की वृद्धि का लगातार नेतृत्व करता रहेगा। उपभोक्ताओं में ऑनलाइन शॉपिंग को महत्व देने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जो ऑनलाइन विक्रेताओं और मार्केटप्लेस के लिए एक बड़े आश्चर्य और राहत की बात है।"
उन्होंने कहा, "मौजूदा रफ्तार और रिकवरी दर को लेकर हम सकारात्मक हैं कि सेक्टर अगले दो सप्ताहों में पूरी तरह पटरी पर लौट आएगा।"
सभी कैटेगरी में वृद्धि का विश्लेषण करने से पता चलता है कि इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेस कैटेगरी (स्मार्टफोन को छोड़कर) में अन्य कैटेगरी की तुलना में जोरदार वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सेक्टर ने न सिर्फ अपनी पुरानी जगह को हासिल किया है, बल्कि लॉकडाउन पूर्व के बिक्री स्तर से 45 प्रतिशत वृद्धि भी हासिल कर लिया है। हालांकि औसत कार्ट साइज लगभग पांच-10 प्रतिशत घटा है, क्योंकि लोग घर पर उपयोग में लाने के लिए ही आर्डर कर रहे हैं।
चूंकि ज्यादातर संगठनों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दे रखी है, लिहाजा ऐसे उत्पादों की मांग बढ़ गई है, जो पेशेवरों को घर से काम करने में सुविधा देते हैं, जैसे यूएसबी केबल, एक्सटेंशन कॉर्ड्स, ट्रिमर्स और्र वाईफाई राउटर आदि। दूसरी ओर ऑनलाइन फैशन सेक्टर में लॉकडाउन पूर्व के स्तर की तुलना में कुल 70 प्रतिशत की रिकवरी आई है। हालांकि औसत कार्ट साइज लगभग 25 प्रतिशत घट गया है। इससे पता चलता है कि ऊंची कीमत वाले उत्पादों की मांग काफी घट गई है और लोग किफायती उत्पादों के आर्डर दे रहे हैं।
इस कैटेगरी में सर्वाधिक आर्डर किए जा रहे उत्पादों में नाईटवियर्स और घर पर पहने जाने वाले आरामदायक पहनावे शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वास्तव में फैशन में कुछ उप-कैटेगरी जैसे बच्चों के कपड़े में लॉकडाउन पूर्व के स्तर की तुलना में पिछले 15 दिनों में 100 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हासिल हो चुकी है।