
Finance Minister
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अर्थव्यवस्था में रिकवरी के लिये और नीतिगत कदम उठाने का वादा किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं और कृषि क्षेत्र वृद्धि को गति दे रहा है। सीतारमण ने कहा कि बिजली और ईंधन खपत, एक राज्य से दूसरे राज्य, और राज्यो के भीतर वस्तुओं की आवाजाही, पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स) आंकड़े और खुदरा वित्तीय लेन-देन जैसे संकेतकों में तेजी देखी जा रही है। इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन में वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के 10 प्रतिशत के बराबर प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की जिसका असर अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार पर पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी विकल्प खुले हैं भविष्य में और कदम उठाये जाएंगे।’’ सीतारमण ने उद्योग को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था के जल्दी पुनरूद्धार सुनिश्चित करने के लिये और कदम उठाने से नहीं झिझकेगी। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र वृद्धि को गति दे रहा है। ट्रैक्टर सेल्स, उपकरणों की बिक्री, खाद्य उत्पादों से जुड़े क्षेत्रों में गति देखने को मिल रही है। वहीं खरीफ उत्पादन के अनुमान भी उत्साहजनक बने हुए हैं। इससे आने वाले समय में तेज रिकवरी की उम्मीद बनती है।
वित्त मंत्री के बाद आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा कि सरकार मार्च में इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्शन के लिए घोषित प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव को अन्य सेक्टर के लिए भी बढ़ा सकती है। इलेक्ट्रॉनिक मंत्रालय द्वारा जारी करीब 50 हजार करोड़ रुपये की इस योजना में 4 से 6 फीसदी तक इन्सेंटिव का प्रावधान है। सचिव के मुताबिक सरकार अन्य सेक्टर की पहचान की जा रही है और इस पर जल्द फैसला लिया जा सकता है।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट को संबोधित करेंगे। अनुमान है कि प्रधानमंत्री भारत और अमेरिका के संबधों और महामारी के बाद बने नए समीकरणों पर चर्चा कर सकते हैं। इस साल समिट का थीम बेहतर भविष्य का निर्माण है।