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Groww ने भारत में महिलाओं की निवेश की आदतों को समझने के लिए किया सर्वे

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2021 को है और इसे ध्यान में रखते हुए भारत के अग्रणी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) ने हाल ही में भारतीय महिला निवेशकों की निवेश की आदतों को समझने के लिए एक सर्वेक्षण किया।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published : March 04, 2021 21:58 IST
Groww ने भारत में महिलाओं की निवेश की आदतों को समझने के लिए किया सर्वेक्षण- India TV Paisa
Photo:GWOWW

Groww ने भारत में महिलाओं की निवेश की आदतों को समझने के लिए किया सर्वेक्षण

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2021 को है और इसे ध्यान में रखते हुए भारत के अग्रणी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) ने हाल ही में भारतीय महिला निवेशकों की निवेश की आदतों को समझने के लिए एक सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण 2.5 लाख से अधिक महिलाओं को भेजा गया और तीन दिन में 28,000 से अधिक महिलाओं ने सर्वेक्षण पर अपने जवाब भेजे हैं। दिल्ली की महिला निवेशकों की हिस्सेदारी उत्तरदाताओं में 6.26% रही। 

इस सर्वेक्षण का उद्देश्य महिलाओं की निवेश की आदतों के गुणात्मक पहलुओं, उनके लक्ष्यों और सामान्य रूप से धन सृजन की प्रक्रिया को देखने के नजरिये को समझना था। इस अवसर पर ग्रो के सीईओ ललित केशरे ने कहा- "हमारी स्वतंत्रता के 70 वर्षों के बाद भी निवेश के बारे में निर्णय लेने में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है। हम इस सर्वेक्षण के जरिए महिला निवेशकों की निवेश प्राथमिकताओं, लक्ष्य, मानसिकता और बाधाओं में हुए बदलाव को प्रतिबिंबित करने की उम्मीद कर रहे हैं। हमने यह भी पाया कि किस तरह उम्र, आय, भौगोलिक स्थिति इन बदलावों पर असर डालती है।’

उन्होंने कहा- "सर्वेक्षण से निकली यह बात उत्साह बढ़ाती है कि जो महिलाएं निवेश कर रही हैं, उनमें से अधिकांश अपने फैसले खुद लेती हैं। भले ही उनमें से कई अपने परिवार या पार्टनर्स के साथ अपने वित्तीय विकल्पों पर चर्चा करती हैं, अंतिम निर्णय उनके स्वयं के होते हैं। यह पूर्व-प्रचलित धारणाओं के मुकाबले  बड़ा बदलाव है क्योंकि पहले महिलाओं के धन के प्रबंधन की बात आती है तब प्राथमिक निर्णय पुरुषों के ही होते थे। सबसे अच्छी बात यह निकलकर आई कि 18-25 आयु वर्ग की महिलाएं सबसे स्वतंत्र समूह के रूप में उभरी हैं। इस आयु वर्ग की लगभग 60% महिलाओं का कहना है कि वे अपने निवेश पर अंतिम निर्णय खुद ही लेती हैं। अधिक महिलाओं को निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम 'ग्रो वूमंस वीक' शुरू कर रहे हैं, जिसमें हम 8 से 15 मार्च तक महिला निवेशकों के लिए जीरो ब्रोकरेज का शुल्क लेंगे।"

निवेश विकल्पों की भरमार

सर्वेक्षण में पता चला है कि दिल्ली की महिला निवेशकों ने हाई रिस्क और मध्यम से कम रिस्क वाले निवेश विकल्पों के प्रति संतुलित दृष्टिकोण रखती हैं। उनके द्वारा चुने गए शीर्ष निवेश विकल्प म्युचुअल फंड (77%), स्टॉक (61%), फिक्स डिपॉजिट (31%), और पीपीएफ (20%) थे।

एक उद्देश्य के साथ निवेश करना

सर्वेक्षण में पाया गया कि दिल्ली के निवेशकों ने व्यक्तिगत लक्ष्यों को सबसे अधिक महत्व दिया। 60% महिलाओं ने उन्हें साकार करने के उद्देश्य से निवेश किया। हायर स्टडी के उद्देश्य के साथ निवेश करने वाली महिलाओं की संख्या के मामले में दिल्ली ने अन्य राज्यों को पीछे छोड़ा और यहां कम से कम 15% महिलाओं के निवेश की वजह हायर स्टडी रही। 36% महिला निवेशकों ने यह भी कहा कि वे अपने परिवारों का समर्थन करने के लिए निवेश कर रही हैं और इतनी ही महिलाओं ने कहा कि वे जल्दी रिटायर होने के लिए निवेश कर रही हैं।

अपने वित्तीय जीवन की बागडोर संभालना

सर्वेक्षण से पता चला कि 32.95% महिलाएं अपने दोस्तों और परिवारों से सलाह लेती हैं, पर जब निवेश से जुड़े अंतिम निर्णय लेने की शक्ति की बात आती है तो यह अधिकार उनके पास रहता है। एक महत्वपूर्ण 21.59% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे स्वतंत्र रूप से निर्णय लेते हैं कि कहां और कैसे निवेश किया जाए। सर्वेक्षण यह दर्शाता है कि महिलाएं न केवल एक विजन के साथ निवेश कर रही हैं, बल्कि संतुलित और लक्ष्य-केंद्रित मानसिकता के साथ अपने निवेश कर रही हैं। वे अपने निर्णय लेने में अधिक स्वतंत्र हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए रिस्क-रिटर्न ट्रेड के बारे में जानती हैं।

महिलाओं को क्या पीछे रखता है?

राष्ट्रीय स्तर पर सर्वेक्षण ने लगभग 2000 महिलाओं के मन को टटोला, जो निवेश नहीं करती हैं। इनमें से 49% ने कहा कि ज्ञान की कमी उनके निवेश न करने का मुख्य कारण है। इसके अलावा, 32% ने कहा कि उनके पास निवेश करने के लिए पर्याप्त बचत नहीं है।13% महिलाओं ने बाजार में पैसा खोने के अपने डर को जाहिर किया। यह सर्वेक्षण बताता है कि लंबी अवधि के धन सृजन में निवेश के महत्व पर महिलाओं की जागरूकता और शिक्षा की क्या स्थिति है। वित्तीय उत्पादों के बारे में जागरूकता और उन ऐप्स की उपलब्धता के कारण जो लोगों को आसानी से निवेश करने की अनुमति देते हैं, सभी लिंगों और आय समूहों से भागीदारी बढ़ी है। इस सर्वेक्षण में 25% महिलाओं ने कहा कि ऑनलाइन वित्तीय कंटेंट का इस्तेमाल करने से उन्हें निवेश की दिशा में पहला कदम उठाने की प्रेरणा मिली, और 22% ने कहा कि ग्रो जैसे निवेश ऐप ने उन्हें अपनी निवेश यात्रा शुरू करने में मदद की।

महिलाएं अपने व्यक्तिगत और वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए लंबी अवधि में धन बनाने के अवसर के रूप में इक्विटी में निवेश पर विचार कर रही हैं। ग्रो जैसे इन्वेस्टिंग ऐप परेशानी-मुक्त निवेश की पेशकश करते हैं और शैक्षिक संसाधन महिलाओं की निवेश में भागीदारी बढ़ाने में सबसे प्रमुख सहयोगियों में से एक हैं।

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