Wednesday, April 24, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. बैंक हड़ताल से 80,000 शाखाएं बंद, 15,000 करोड़ रुपए का कारोबार हो सकता है प्रभावित

बैंक हड़ताल से 80,000 शाखाएं बंद, 15,000 करोड़ रुपए का कारोबार हो सकता है प्रभावित

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों की एक दिन की हड़ताल से 12,000 करोड़ रुपए से लेकर 15,000 करोड़ रुपए तक का कारोबार प्रभावित हो सकता है।

Abhishek Shrivastava Abhishek Shrivastava
Updated on: July 29, 2016 16:13 IST
बैंक हड़ताल से 80,000 शाखाएं बंद, 15,000 करोड़ रुपए का कारोबार हो सकता है प्रभावित- India TV Paisa
बैंक हड़ताल से 80,000 शाखाएं बंद, 15,000 करोड़ रुपए का कारोबार हो सकता है प्रभावित

नई दिल्ली। एसबीआई के एसोसिएट बैंकों के मूल बैंक में विलय के प्रस्ताव और अन्य मुद्दों के विरोध में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों की एक दिन की हड़ताल से 12,000 करोड़ रुपए से लेकर 15,000 करोड़ रुपए तक का कारोबार प्रभावित हो सकता है। यह बात उद्योग मंडल ऐसोचैम ने कही है।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल की है। इससे देश की करीब 80,000 शाखाओं में काम-काज प्रभावित हुआ। नौ बैंकों के कर्मचारियों और अधिकारियों के संघों के बैंकों के शीर्ष संगठन बैंक संघों का संयुक्त मंच (यूएफबीयू) ने हड़ताल करने का फैसला किया, जिससे चेक निपटान, नकदी जमा और शाखाओं तथा अन्य इकाइयों से निकासी जैसी सुविधाएं प्रभावित रहीं। यूएफबीयू आठ लाख कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है।

टोयोटा ने एनजीटी में कहा: डीजल कारों पर प्रतिबंध कंपनी को मृत्युदंड देने जैसा

ऐसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने कहा, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पहले से ही कम मुनाफे में चल रहे हैं और उनके एनपीए का अनुपात निजी क्षेत्र के बैंकों के मुकाबले अधिक है। यूएफबीयू के हड़ताल के फैसले से बैंकिंग हस्तांतरण पूरी तरह बंद रहने के कारण भारी नुकसान हो सकता है। रावत ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के परिचालन में बदलाव के लिए बैंकिंग क्षेत्र का सुधार आज की जरूरत है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement