अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा 2018 में करीब सात प्रतिशत कम होकर 21.30 अरब डॉलर रह गया। हालांकि, अमेरिका का विभिन्न देशों के साथ होने वाले व्यापार का कुल व्यापार घाटा पिछले साल की तुलना में 68.80 अरब डॉलर बढ़कर 621 अरब डॉलर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। अमेरिकी आधिकारिक आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गयी है। अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा 2017 में 22.90 अरब डॉलर रहा था।
ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक एनालिसिस द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार माल एवं सेवाओं में अमेरिका का व्यापार घाटा नवंबर के 50.30 अरब डॉलर से बढ़कर दिसंबर में 59.80 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वर्ष 2018 में माल एवं सेवाओं में अमेरिका का व्यापार घाटा 2017 के 552.30 अरब डॉलर से बढ़कर 621 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान अमेरिका का निर्यात 2017 की तुलना में 148.90 अरब डॉलर बढ़कर 2,500 अरब डॉलर पर और आयात 217.70 अरब डॉलर बढ़कर 3,121 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आंकड़ों के अनुसार वस्तु व्यापार में अमेरिका का व्यापार घाटा 2018 में 891.30 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह रिकॉर्ड उच्च स्तर है। अमेरिका का चीन के साथ व्यापार घाटा भी 2018 में रिकॉर्ड 419.20 अरब डॉलर पर पहुंच गया। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने इन आंकड़ों को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खिंचाई की है।
सदन में बहुमत के नेता स्टेनी एच. होयर ने कहा, ‘‘आज की घोषणा से पता चलता है कि अमेरिका का माल व्यापार घाटा 2018 में रिकॉर्ड उच्च स्तर 891 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पता चलता है कि वह अपने लिये तय परीक्षा में ही असफल हो गये हैं।’’ अलायंस फोर अमेरिकन मैन्यूफैक्चरिंग के अध्यक्ष स्कॉट पॉल ने भी ट्रंप की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ट्रंप की नीतियों के कारण व्यापार घाटा उच्च स्तर पर पहुंच गया।