
सोने और चांदी ने निवेशकों को मालामाल करने का काम किया है। 2024 में सोने ने 21 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया था। सिल्वर ने भी 19.66% रिटर्न दिया था। इस साल भी सोने और चांदी की कीमत में तेजी का सिलसिला जारी है। आपको बता दें कि पिछले 12 महीने में सोना 40% से अधिक चढ़ा है, जबकि चांदी लगभग 34% बढ़ी है। अब सवाल उठता है कि अगर कोई निवेश 5, 10 या 20 साल के लिए निवेश करना चाहता है तो उसे सोना या चांदी में से किसमें निवेश करना चाहिए? कौन इन दोनों में ज्यादा रिटर्न दे सकता है? अगर आप भी इन सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं तो हम आपको उत्तर देते हैं।
क्यों बढ़ रही सोने और चांदी की कीमत?
कमोडिटी विशेषज्ञों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमत बढ़ने के पीछे कई फैक्टर काम कर रहे हैं। दुनियाभर में अभी उथल-पुथल की स्थिति है। रूस और युक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। जब भी दुनिया में अस्थिरता होती है तो सुरक्षित निवेश के तौर पर निवेशकों की पहली पसंद सोना होता है। इसलिए सोने की मांग लगातार बनी हुई है। वहीं, दुनियाभर के केंद्रीय बैंक भी सोने की खरीदारी कर रहे हैं। इससे भी सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है। वहीं, चांदी की कीमत बढ़ने के कारण टटोले तो दो बड़े कारकों का हवाला दिया जा रहा है। सबसे पहले, औद्योगिक गतिविधि में वृद्धि। और दूसरा, निवेश विकल्प के रूप में चांदी में बढ़ती रुचि। चांदी का बाजार अपेक्षाकृत छोटा है, जिसका सालाना कारोबार लगभग 30 बिलियन डॉलर है। और यही कारण है कि आपूर्ति में मामूली बदलाव का मांग और कीमत पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। औद्योगिक क्षेत्र में हरित प्रौद्योगिकियों से चांदी की बढ़ती मांग, सीमित आपूर्ति वृद्धि के साथ, तेजी से विकसित हो रहे आर्थिक परिदृश्य में चांदी को एक अनुकूल विकल्प बनाती है। इसलिए चांदी की कीमत में तेजी बनी हुई है।
कहां निवेश करना बेहतर होगा?
अगर हम सोना-चांदी अनुपात पर नजर डालें तो, सोने और चांदी की कीमतों की तुलना करने वाला एक मीट्रिक, 1980 के दशक में 70:1 का हुआ करता था। आज, अनुपात 91:1 के करीब है क्योंकि सोना लगभग 3,030 डॉलर है और चांदी लगभग 33 डॉलर पर कारोबार कर रही है। इसका मतलब यह है कि चांदी का अभी भी कम मूल्यांकन किया गया है और इसे कवर करने के लिए कुछ जगह है। या तो चांदी की कीमत तेजी से बढ़ती है या सोने की कीमत गिरती है या अनुपात को इसके दीर्घकालिक औसत 70:1 के करीब लाने के लिए स्थिर रहती है। अब सवाल उठता है कि 5, 10 या 20 साल के लिए कहां निवेश करना ज्यादा सही होगा? सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी अवधि में सोने या चांदी को पोर्टफोलियो का हिस्सा जरूर बनना चाहिए। इन दोनों कीमती धातु ने लंबी अवधि में अपने निवेशकों को हमेशा शानदार रिटर्न दिया है। हां, इन दोनों में कौन बेहतर रिटर्न देगा यह कहना मुश्किल है। इसलिए अपने पोर्टफोलियो को बैलेंस करने के लिए कम से कम 10% निवेश सोने और चांदी में करना चाहिए। अगर आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं तो सोना में निवेश करें।