
डॉलर इंडेक्स में तेज गिरावट और भारतीय शेयर बाजार में तेजी के बीच शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 70 पैसे की बढ़त के साथ 85.25 (अस्थाई) के लेवल पर बंद हुआ। इसके साथ ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में तीन दिन से जारी गिरावट का सिलसिला आज थम गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि पिछले 3 सत्रों में 53 पैसे की गिरावट के बाद रुपया शुक्रवार को महत्वपूर्ण बढ़त के साथ बंद हुआ। विदेशी बाजार में अमेरिकी करेंसी के कमजोर रुख से रुपये पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में मामूली सुधार और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली ने भारतीय करेंसी की बढ़त को सीमित किया।
गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 36 पैसे गिरकर बंद हुआ था रुपया
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में रुपये में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। ये 85.95 पर खुला और फिर इसने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.11 के ऊपरी स्तर और 86.10 के निचले स्तर को छुआ। कारोबार के अंत में रुपया 85.25 (अस्थाई) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 70 पैसे ज्यादा है। गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 36 पैसे की गिरावट के साथ 85.95 पर बंद हुआ था। मिराए एसेट शेयरखान के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा, ''हमें उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में कमजोर रुख और जोखिम लेने की धारणा में सुधार के कारण रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, विदेशी निवेशकों की ओर से बिकवाली के कारण तेजी की रफ्तार थम सकती है।''
वायदा कारोबार में 0.22 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ ब्रेंट क्रूड
अनुज चौधरी ने कहा कि कारोबारी अमेरिका में मकानों की बिक्री के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। हाजिर बाजार में रुपये के 85 से 85.70 प्रति डॉलर की रेंज में कारोबार करने की उम्मीद है। इस बीच, 6 प्रमुख करेंसी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को बताने वाला डॉलर इंडेक्स 0.60 प्रतिशत गिरकर 99.36 पर था। ग्लोबल ऑयल स्टैंडर्ड ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.22 प्रतिशत गिरकर 64.30 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को शुद्ध रूप से 5045.36 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर पैसे निकाले थे।