Highlights
- सेंसेक्स 1700 अंक टूटकर पहली बार 53 हजार के नीचे पहुंचा
- निफ्टी भी 450 अंक गिरकर 15793 अंक पर कारोबार कर रहा है
- निवेशकों को 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक नुकसान हो चुका है
नई दिल्ली। रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला तेज करने से भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले दिन खुलते ही दहल गया है। सेंसेक्स 1700 अंक टूटकर पहली बार 53 हजार के नीचे 52640 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी भी 450 अंक गिरकर 15793 अंक पर कारोबार कर रहा है। बाजार में ब्लडबाथ आने से निवेशकों को 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक नुकसान हो चुका है।
कंपनियों का पूंजीकरण तेजी से नीचे आ रहा
बाजार में बड़ी गिरावट आने से निवेशकों को भारी नुकसान हो रहा है। शुक्रवार को जब बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण 2,46,79,421 करोड़ रुपये था। वहीं, सोमवार को बाजार खुलते ही सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण घटकर करीब 2,40,78,200 करोड़ रह गया है। इस तरह निवेशकों को झटके में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक नुकसान हो चुका है।
क्यों आ रही बाजार में इतनी बड़ी गिरावट
इंडिया इंफोलाइन सिक्योरिटीज (IIFL Securities) के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि बाजार ने अपने मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ दिया है। ऐसे में निफ्टी और नीचे आकर 15,300 तक पहुंच सकता है। बाजार में गिरावट बढ़ने की सबसे बड़ी वजह क्रूड का 130 डॉलर प्रति बैरल पहुंचना और यूक्रेन संकट गहराना है। ऐसे में निवेशक अभी बिल्कुल खरीदारी न करें। इंतजार करें औैर बाजार को स्टेबल होने दें। उसके बाद अच्छी कंपनियों के शेयर में निवेश करें।
इन सेक्टर में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिल रही
सोमवार को बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा कमजोरी देखने को मिल रही है। तमाम सरकारी और प्राइवेट बैंक के शेयर में 4 से लेकर 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, ऑटो सेक्टर में मारुति का शेयर 6 फीसदी टूटकर 6,814 रुपये पर कारोबार कर रहा है। टाटा मोटर्स के शेयर भी करीब 6 फीसदी टूटकर 393 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
एक हफ्ते में सेंसेक्स 4500 अंक से अधिक टूटा
बीते एक हफ्ते में रूस और यूक्रेन संकट बढ़ने से भारतीय बाजार 4500 अंक से अधिक टूट चुका है। बाजार की चिंता बढ़ाने में क्रूड का भी अहम रोल है। क्रूड 13 साल के उच्च्तमर स्तर पर पहुंचकर 130 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच चुका है। इससे भारत समेत दुनियाभर के बाजारों में महंगाई बढ़ने की चिंता है। इससे बाजार डरा हुआ है।
रुपया अब तक के निचले स्तर पर खुला
डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर खुला है। सोमवार को अंतर बैंकिंग बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 77 पैसे टूटकर 76.93 पर खुला है। रुपये में और कमजोरी बढ़ने की आशंका है। यह भारतीय आयातकों के लिए बुरी खबर है। देश में आयात करना महंगा जो महंगाई बढ़ाने का काम करेगा।