बीएसई सेंसेक्स सोमवार को सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर 42.32 अंक की गिरावट के साथ 81,862.38 के लेवल पर बंद हुआ। इसी तरह, निफ्टी का एनएसई भी 24.45 अंक फिसलकर 25,089.55 के लेवल पर कारोबार कर रहा था। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स लगभग सपाट बंद हुए, यानी इनमें खास उतार-चढ़ाव नहीं रहा। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो आईटी और फार्मा को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स हरे निशान में बंद हुए, जिससे बाजार को कुछ हद तक सपोर्ट मिला।
एशियाई बाजारों में आज का रुख
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत बढ़कर 67.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
इन प्रमुख शेयरों में उतार-चढ़ाव
शुरुआती कारोबार में अपोलो हॉस्पिटल्स, हीरो मोटोकॉर्प, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे प्रमुख शेयरों ने बढ़त बनाई। वहीं दूसरी ओर, डॉ. रेड्डीज लैब्स, श्रीराम फाइनेंस, टीसीएस, एशियन पेंट्स और बजाज फिनसर्व के स्टॉक में गिरावट का आकलन किया गया। सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस, इटरनल, टाटा मोटर्स, अदानी पोर्ट्स, पावर ग्रिड और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। इन्फोसिस, सन फार्मा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और टेक महिंद्रा के शेयर पिछड़ गए।
शुरुआती कारोबार में रुपया 4 पैसे गिरा
सोमवार को सुबह के सौदों में रुपया सीमित दायरे में कारोबार करता हुआ देखा गया और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 4 पैसे गिरकर 88.30 पर आ गया, क्योंकि भारत के निर्यात पर टैरिफ के दबाव ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। पीटीआई की खबर के मुताबिक, विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है क्योंकि यह अमेरिकी व्यापार टैरिफ, विदेशी पोर्टफोलियो के लगातार बहिर्वाह और अमेरिका द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के बीच फंसा हुआ है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.25 पर खुला, फिर गिरावट के साथ 88.30 के निचले स्तर पर पहुँच गया, जो पिछले बंद भाव से 4 पैसे की गिरावट दर्शाता है।






































