डीएलएफ लिमिटेड ने 'वेस्टपार्क' नाम से यह प्रोजेक्ट लॉन्च किया है, जिसमें कुल 416 अपार्टमेंट होंगे। इसकी कीमत ₹42,000–₹47,000 प्रति वर्गफुट की कीमत रखी गई है।
देश में घरों की मांग बनी रहने का फायदा रियल एस्टेट कंपनियों को मिला है। रियल एस्टेट कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड प्रॉपर्टी की बिक्री की है।
खट्टर के अनुसार, DLF समूह इस माहौल का पूरा लाभ उठाने के लिए अपने किराये वाली वाणिज्यिक संपत्तियों के पोर्टफोलियो का बड़े पैमाने पर विस्तार कर रहा है।
फ्लैट खरीदने के बार रजिस्ट्री में स्टाम्प शुल्क 3.28 करोड़ रुपये चुकाया गया। इसके चलते इस फ्लैट की कुल कीमत लगभग 69 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान बिक्री के लिए 7.5 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र लॉन्च किया था, जिसकी अनुमानित राजस्व क्षमता 40,600 करोड़ रुपये है।
इसके अलावा, डीसीसीडीएल ने गुरुग्राम में ‘डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया’ का निर्माण भी शुरू कर दिया है, जिसका कुल क्षेत्रफल 20 लाख वर्ग फुट है। अब तक 37 लाख वर्ग फुट क्षेत्र का निर्माण पूरा हो चुका है।
डीएलएफ समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशोक त्यागी ने शनिवार को कहा था कि इस विशिष्ट पेशकश के लिए काफी मजबूत मांग देखने को मिल रही है। मार्केट कैप के लिहाज से डीएलएफ देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी है।
प्रत्येक आवासीय इकाई से औसतन 70 करोड़ रुपये मिले। डीएलएफ चरण पांच में 17 एकड़ की आवासीय परियोजना 'द डहलियाज' पेश की थी। इसमें 420 अपार्टमेंट और पेंटहाउस हैं।
यूं तो 'वाय द हेक नॉट?' सभी वर्ग के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जो उनके जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है लेकिन ये किताब ऑन्त्रेप्रेन्यॉर्स, नया बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रहे लोगों के लिए काफी प्रेरणादायक है।
डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अशोक त्यागी ने बताया था कि कंपनी को गुरुग्राम में इस नई सुपर-लक्जरी परियोजना से वर्तमान ‘प्री-लॉन्च’ कीमत के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के रेवन्यू की उम्मीद है।
राणे ने कहा कि नियमों का उल्लंघन होने पर अनुमति वापस ली जाएगी। स्थानीय लोग दोनों परियोजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका दावा है कि उनके लिए बड़े पैमाने पर पहाड़ियों को काटा जा रहा है।
डीएलएफ प्रिवाना वेस्ट नाम के इस प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदने की होड़ सी लग गई और देखते ही देखते सभी फ्लैट बिक गए। यह नई परियोजना 12.57 एकड़ में फैली है जिसमें 795 फ्लैट हैं।
प्रोजेक्ट को पेश करने से पहले के फेज में ही 72 घंटे में सारे अपार्टमेंट बिक गए हैं। आवासीय संपत्तियों की मजबूत मांग को देखते हुए कंपनियों के कारोबार में पंख लग गए हैं।
आपको बता दें कि मजबूत बिक्री और आरबीआई की दरों में बढ़ोतरी पर रोक के बाद रियल्टी इंडेक्स मार्च 2019 के निचले स्तर से 95 फीसदी ऊपर है। यानी अगर आप 2019 में 1 लाख रुपये निवेश किए होते तो वह आज 1.95 लाख रुपये हो गया होता। अगर 10 लाख होते तो वह करीब 20 लाख रुपये हो गया होता।
दिल्ली-एनसीआर में कई हॉट प्रॉपर्टी मार्केट हैं, जिसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, दिल्ली और गुरुग्राम शामिल हैं। हालांकि, इनमें गुरुग्राम ने प्रीमियम प्रॉपर्टी की डिमांड को लेकर सबको पीछे छोड़ दिया है। गुरुग्राम में करोड़ों कीमत के फ्लैट धड़ाधड़ बिक रहे हैं।
धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया मामला दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पुलिस विभागों द्वारा सुपरटेक लिमिटेड और उसके समूह की कंपनियों के खिलाफ 670 घर खरीदारों से 164 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज की गई 26 एफआईआर से जुड़ा है।
खरी-खरी बोलने के लिए प्रसिद्ध सिंह ने याद दिलाया कि कैसे जब डेढ़ दशक पहले उनकी रियल एस्टेट फर्म डीएलएफ आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) ला रही थी, कनाडा की एक कंपनी ने एक रिपोर्ट लाने की धमकी दी थी।
DLF: रियल्टी क्षेत्र की कंपनी डीएलएफ(DLF) ने गुरुग्राम में जिस परियोजना को कुछ दिन पहले पेश किया था उसके सभी 292 महंगे आवास (लक्जरी) 1,800 करोड़ रुपये से अधिक में बेच दिए हैं।
हुरुन और ग्रोहे इंडिया ने बुधवार को ‘ग्रोहे हुरुन इंडिया रियल एस्टेट रिच लिस्ट' का पांचवां संस्करण जारी किया है।
आइनॉक्स लीजर लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि उसके पास कम से कम अगले छह महीनों तक कारोबार चलाने के लिए पर्याप्त नकदी है,
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