फूड डिलिवरी कंपनी स्विगी ने बुधवार को कहा कि उसने 14 शहरों में अपने रेस्तरां साझेदारों के लिए 1000 से ज्यादा क्लाउड किचन स्थापित करने के लिए दो साल के दौरान 175 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
खाद्य समूह की मुद्रास्फीति सितंबर के 5.11 प्रतिशत से उछलकर अक्टूबर में 7.89 प्रतिशत पर पहुंच गई।
2018-19 विपणन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) में भारत का चीनी उत्पादन 331 लाख टन था, जबकि देश की वार्षिक घरेलू खपत 250-260 लाख टन के आसपास है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़े के अनुसार खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर जुलाई में 2.36 प्रतिशत रही, जो इससे पूर्व महीने में 2.25 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने रुपये में मजबूती तथा जीडीपी के पूर्वानुमान में कटौती के कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान घटाकर 4.10 प्रतिशत कर दिया है।
Zomato may launch online home cooked meal service । जोमेटो के एक हालिया ट्वीट ने उन कयासों को तेज कर दिया है कि यह एक ऐसी सेवा शुरू कर सकता है जहां लोग घर का बना खाना ऑर्डर कर सकते हैं।
आईआरसीटीसी ने उत्तर बिहार की ओर से खुलने वाली ट्रेनों में सुबह के नाश्ते में चूड़ा-दही उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है, जबकि मध्य बिहार और दक्षिण बिहार के क्षेत्र से गुजरने वाली ट्रेनों में लिट्टी-चोखा और मांसाहारी खानों में देहाती चिकन भी उपलब्ध कराया जाएगा।
फूड डिलीवरी के औसत 30 मिनट को 15 मिनट में बदलने के लिए हवाई मार्ग का सहारा लेना ही इकलौता संभव रास्ता है।
ऑनलाइन खाना डिलिवरी करने वाली कंपनी स्विगी ने ‘स्विगी डेली’ ऐप लॉन्च किया है। इस पर घरेलू रसोइयों द्वारा तैयार किया गया घर का खाना, टिफिन सेवा देने वालों का खाना और संगठित वेंडरों का खाना उपलब्ध होगा। साथ ही आप मोटी कमाई भी कर सकते हैं।
जून महीने की शुरुआत हो गई, लेकिन अभी तक बिहार के सात जिलों में किसानों से छटांक भर गेहूं की भी अधिप्राप्ति (सरकारी खरीद) नहीं हुई है।
प्याज के अलावा सरकार इस वर्ष दलहन के लिए भी 16.15 लाख टन का बफर स्टॉक बना रही है।
सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये सस्ती दरों पर 16.3 करोड़ अतिरिक्त परिवारों को एक किलो चीनी उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है।
2017 में ओला ने जर्मनी की डिलीवरी हीरो ग्रुप से फूडपांडा के इंडिया बिजनेस का अधिग्रहण किया था।
सरकारी एजेंसियों ने चालू रबी विपणन वर्ष (2019-20) में देशभर के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 323 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद कर ली है।
आंकड़ों के अनुसार खाद्य पदार्थों की श्रेणी में महंगाई दर अप्रैल में 1.1 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो मार्च में 0.3 प्रतिशत थी।
फरवरी महीने में थोक मुद्रास्फीति 2.93 प्रतिशत तथा पिछले साल मार्च महीने में 2.74 प्रतिशत रही थी। मार्च 2019 के दौरान खाद्य पदार्थों और सब्जियों के दाम में तेजी देखने को मिली।
घर तक खाना पहुंचाने वाली कंपनी स्विगी ने गुरुवार को कहा कि उसने एक अरब डॉलर का नया निवेश हासिल किया है।
थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति तीन महीने के निचले स्तर पर जाकर नवंबर में 4.64 प्रतिशत पर रही।
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर में बढ़कर 5.28 प्रतिशत रही, जो पिछले 4 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है।
भारत की खुदरा महंगाई दर सितंबर माह में मामूली बढ़कर 3.77 प्रतिशत पर पहुंच गई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इससे पिछले महीने अगस्त में यह 3.69 प्रतिशत थी।
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