त्योहारी सीजन में युवाओं के लिए एक और अच्छी खबर आई है। देश में बेरोजगारी दर छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। यानी रोजगार के अवसर बढ़ने से बेरोजगारी घटी है। जानकारों का कहना है कि त्योहारी सीजन में रोजगार के और मौके बनेंगे। इससे बेरोजगारी दर में और गिरावट की उम्मीद है।
जॉब पोर्टल इनडीड की रिपोर्ट के अनुसार, 27 प्रतिशत कंपनी मालिक इस त्योहारी सीजन के दौरान कर्मचारियों को बढ़ी हुई कमाई की पेशकश कर रहे हैं। नौकरी चाहने वालों के लिए कंपनियों ने ज्यादा सैलरी और काम के आधार पर बोनस देने के लिए कमर कस ली है।
यह रिपोर्ट देश के 14 भौगोलिक क्षेत्रों में 18 उद्योगों की 737 लघु, मझोली और बड़ी कंपनियों के बीच सर्वेक्षण पर आधारित है। इनमें महानगर, पहली और दूसरी श्रेणी के शहर शामिल हैं।
त्योहारों के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कंपनियां बंपर भर्ती की तैयारी कर रही हैं। यानी अगले तीन महीने युवाओं के लिए नई नौकरी पाने का सुनहरा मौका है।
कंपनी को त्योहारी सत्र से पहले अपनी आपूर्ति श्रृंखला में एक लाख से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
उत्तरी अमेरिका में नियोक्ताओं ने सबसे मजबूत भर्ती के इरादे की सूचना दी, इसके बाद एशिया प्रशांत (प्लस 31 प्रतिशत), मध्य और दक्षिण अमेरिका (प्लस 29 प्रतिशत) और ईएमईए (प्लस 20 प्रतिशत) का स्थान रहा।
करीब 50 फीसदी कंपनियों ने नई भर्तियों के अलावा पुराने पदों पर नियुक्तियों की उम्मीद जताई है। वहीं 29 प्रतिशत कंपनियों ने सिर्फ नई भर्तियों की बात कही है जबकि 17 प्रतिशत ने कर्मचारियों की संख्या बरकरार रखने की बात कही है।
EV Market: मंगलवार को संसद में पेश किए गए सर्वे में कहा गया है कि दिसंबर 2022 में भारत बिक्री के मामले में जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन गया।
देश और दुनिया में काफी तेजी से छंटनी हो रही है। इस बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। देश में नए मौके नौकरी जाने की तुलना में कई गुना मिल रहे हैं। इस खबर में पूरी जानकारी ले सकते हैं।
वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 1.03 लाख नए लोगों को नौकरी दी और वित्त वर्ष 2023 में अभी तक शुद्ध रूप से लगभग 55,000 लोगों को भर्ती कर चुकी है।
एक तरफ जहां दुनिया मंदी की चपेट में आती जा रही है, अलग-अलग कंपनियां अपने यहां छंटनी रही है तो वहीं दूसरी तरफ इस देश में सिर्फ नवंबर महीने में 2 लाख से अधिक लोगों को नौकरी मिली है।
Festive Bonanza: सर्वे में 41 देशों और क्षेत्रों के सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के 40,600 नियोक्ताओं की राय ली गई। सर्वे के अनुसार, भारत में 64 प्रतिशत कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगी।
Utter Pradesh में नौकरियों की होगी बौछार, नई औद्योगिक नीति लाकर पूरे राज्य में उद्योगों का जाल बिछाने की तैयारी Uttar Pradesh become hub of new jobs yogi Adityanath coming with new industrial policy
महामारी की चुनौतियों के बावजूद कंपनियों का नए लोगों की नियुक्ति का रुझान ऊपर की ओर है। इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भारत में ईवाई के वैश्विक डिलीवरी केन्द्रों सहित विभिन्न सदस्य कंपनियों में 50,000 से अधिक लोग काम कर रहे हैं। वर्तमान में ईवाई इंडिया के सभी कर्मचारियों में 36 प्रतिशत कर्मचारी विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित पृष्ठभूमि से हैं।
मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में देशभर के 1,518 नियोक्तओं के विचार लिए गए हैं। सर्वे में कहा गया है कि 2021 की पहली तिमाही में रोजगार का परिदृश्य बेहतर दिख रहा है। सर्वे में शामिल कंपनियो ने आने वाली तिमाही में नई भर्तियों की इच्छा जताई है।
2020 के पहले 6 महीनों में ही अमेजन ने दुनिया भर में अपने फुल टाइम और पार्ट-टाइम कर्मचारियों की संख्या 10 फीसदी बढ़ाकर 8.75 लाख कर दी है। नई भर्तियां ऑर्डर की पैंकिंग, डिलिवरी या उन्हें छांटने के कामों के लिए की जाएगी।
ताजा आंकड़ों के अनुसार सितंबर, 2017 से अक्टूबर, 2019 के दौरान 2.93 करोड़ अंशधारक कर्मचारी भविष्य निधि योजना से जुड़े।
देश में जून महीने में 12.19 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। हालांकि, इससे पिछले महीने की तुलना में जून में रोजगार में कमी आई है। मई में 12.88 लाख नए रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ था।
बजट 2019-20 के दस्तावेजों के अनुसार एक मार्च, 2017 तक विभिन्न सरकारी प्रतिष्ठानों में कर्मचारियों की संख्या 32,38,397 थी, जो एक मार्च, 2019 को बढ़कर 36,19,596 हो गई।
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