अदानी ग्रुप गुजरात के खवाड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्युएबल पार्क बना रहा है। यह पार्क 30 गीगावाट इनर्जी पैदा करने की क्षमता से लैस होगा। इस पार्क का क्षेत्रफल 538 वर्ग किलोमीटर है जो पेरिस जैसे शहर से पांच गुना बड़ा है।
Budget 2024 में सरकार की ओर से रिन्यूएबल एनर्जी पर कई बड़े ऐलान किए गए हैं, जिसका सीधा फायदा सोरल एनर्जी, विंड एनर्जी जैसे सेक्टर्स को मिलेगा।
Budget 2024: बजट में वित्त मंत्री की ओर से पंचामृत लक्ष्यों के तहत रिन्यूएबल एनर्जी पर कई बड़े ऐलान किए गए हैं।
छमाही के दौरान नेट एनपीए 5.97 प्रतिशत से घटकर 4.87 प्रतिशत के स्तर पर आ गये । वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 110 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है
भारत सरकार ने 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी कहा कि देश अगले दशक के मध्य तक पूर्ण रूप से स्वच्छ ऊर्जा हासिल करेगा।
अडानी ग्रुप के पास वर्तमान में 4920 मेगावाट ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन कैपेसिटी है और 5124 मेगावाट निर्माणाधीन है।
दोबारा भौतिक रूप में लौटने पर आरईआई को वैश्विक हितधारकों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें यूके पार्टनर कंट्री और यूरोपीय संघ इंटरनेशनल पार्टनर के रूप में शामिल हो रहे हैं।
जापान सरकार के मुताबिक 2030 तक कुल ऊर्जा आपूर्ति में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 36 से 38 प्रतिशत होनी चाहिए जबकि मौजूदा लक्ष्य 22 से 24 प्रतिशत है। हाइड्रोजन और अमोनिया जैसे नये ईंधन की हिस्सेदारी एक प्रतिशत होगी
पिछले साल अक्टूबर में एनटीपीसी ने एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के नाम से अपने नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी का गठन किया था।
मुकेश अंबानी ने कहा कि अब 2021 में, हम नया ऊर्जा कारोबार शुरू करने जा रहे हैं। इसका लक्ष्य भारत और दुनिया में हरित ऊर्जा को लेकर अंतर को दूर करना है।
प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता फिलहाल 1,36,000 मेगावाट है जो हमारी कुल क्षमता का 36 प्रतिशत है। हमारी नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2022 तक 2,20,000 मेगावाट होगी।
प्रधानमंत्री ने ‘एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड’ परियोजना का भी उल्लेख किया। इसका मकसद विभिन्न देशों के बीच स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति की बड़ी व्यवस्था से है। प्रधानमंत्री के मुताबिक इस परियोजना से पूरी दुनिया में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
देश की कुल बिजली उत्पादन क्षमता में अक्षय ऊर्जा का हिस्सा 2022 तक बढ़कर करीब 18 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। यह अभी 7.8 प्रतिशत है।
सरकार को उम्मीद है कि देश 2022 तक 1,75,000 मेगावाट के अक्षय ऊर्जा लक्ष्य के मुकाबले 2,00,000 मेगावाट का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
मार्च 2018 तक 21,000 मेगावाट तक सौर एवं पवन ऊर्जा जुटाने की नीलामी की जाएगी। अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उल्टी नीलामी की सफलता के बाद यह रूपरेखा पेश की गयी है।
टाटा पॉवर के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान अक्षय ऊर्जा पोर्टफोलियो से 173 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ, पिछले साल सिर्फ 86 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
JSW एनर्जी ने आज इलेक्ट्रिक व्हीकल और एनर्जी स्टोरेज सहित नए क्षेत्रों में प्रवेश करने की घोषणा की है।
सौर ऊर्जा को सस्ता बनाने को लेकर सरकार की कोशिशें रंग लाती दिख रही हैं। उत्पादन लागत घटने के चलते इससे जुड़ी कंपनियां भी काफी उत्साहित हैं।
नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पेन यात्रा के दौरान वहां की बुनियादी ढांचा, पर्यटन, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र की कंपनियों को भारत में निवेश का न्योता दिया है।
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