देश की सड़कों पर चलने वाले लाखों यात्रियों और ट्रक चालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया कि अगले एक साल के भीतर टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट, आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स द्वारा प्रायोजित एक प्राइवेट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट है।
हाईवे पर सफर करने वाले लाखों ड्राइवरों के लिए आज से बड़ा बदलाव लागू हो गया है। अगर आप भी रोजाना टोल प्लाजा से गुजरते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। केंद्र सरकार ने टोल टैक्स भुगतान के नियमों में बड़ा संशोधन किया है, जो 15 नवंबर से पूरे देश में लागू हो रहा है।
टोल के आस-पास के इलाके में रहने वाले स्थानीय निवासियों के लिए रजिस्ट्रेशन और पास जारी करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए,टोल प्लाजा के पास कई शिविर लगाए गए हैं।
NHAI के मुताबिक, पास से जुड़ी ये जानकारी टोल प्लाजा के एंट्री और एग्जिट पॉइंट, कस्टमर सर्विस वाली सभी जगहों सहित, सभी विजिबल लोकेशन पर साइनेज बोर्डों पर प्रदर्शित की जाएगी।
यह पास एक बार ₹3,000 का शुल्क लेकर एक वर्ष की वैधता या 200 टोल प्लाजा क्रॉसिंग्स की सुविधा प्रदान करता है। यह लगभग 1,150 टोल प्लाजा पर लागू होता है।
सरकार का ये नया नियम उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा, जिन लोगों की गाड़ियों पर फास्टैग नहीं है या बंद पड़ा है।
सरकार ने टोल वसूली को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए FASTag नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब 15 नवंबर 2025 से बिना FASTag या खराब FASTag वाले वाहनों को डबल टोल नहीं देना होगा, बल्कि UPI से पेमेंट करने पर सिर्फ 1.25 गुना चार्ज लगेगा।
सीबीआईसी ने कहा कि शिकायत/सवाल एकीकृत शिकायत निपटान प्रणाली (INGRAM) पोर्टल पर भी जीएसटी से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं।
बैरियर-फ्री टोलिंग की दिशा में ये एक बड़ा कदम है जिससे फास्टैग के जरिए रुके बिना इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन संभव होगा।
15 अगस्त, 2025 से देशभर में शुरू हुआ फास्टैग एनुअल पास तेजी से खरीदा जा रहा है और इसका इस्तेमाल भी लगातार तेजी से बढ़ रहा है।
FASTag Annual Pass एक सुविधाजनक विकल्प है, लेकिन इसे इस्तेमाल करते समय इन शर्तों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि आपको किसी तरह की परेशानी न हो।
Fastag Annual Pass के तहत वाहन चालकों को हर बार टोल चार्ज देने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि वे एक बार में सालभर का भुगतान कर सकते हैं। यह पास कैसे मिलेगा, कितना खर्च होगा, कौन-कौन से वाहन इसके दायरे में आएंगे, इन सभी सवालों के जवाब आपको पता होना जरूरी है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 1 अगस्त से टोल की वसूली शुरू हो गई है। इस एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले बाइक, ऑटो और ट्रैक्टर से भी टोल वसूला जा रहा है, इसलिए इनकी संख्या कम हो गई है।
हेडिगेनाबेले, अग्रहारा, कृष्णराजपुरा और सुंदरपाल्या में चार टोल प्लाजा होंगे। इस पर वाहन चालकों से टोल वसूला जाएगा।
सड़क परिवहन मंत्रालय की इस पहल का मकसद डिजिटल माध्यम से टोल शुल्क की वसूली को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि टोल वाले हाइवे पर कोई भी बिना टोल भुगतान किए यात्रा न कर सके।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर बाइक, ऑटो और ट्रैक्टर को एक समान कर देना होगा। अगर फास्टैग नहीं होगा तो कैश में रुपये लिए जाएंगे।
मौजूदा नियमों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रत्येक किलोमीटर स्ट्रक्चर के लिए यात्रियों को नियमित टोल का दस गुना भुगतान करते हैं।
केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट ने साफ कर दिया है कि देश में किसी भी टू-व्हीलर्स से न तो टोल टैक्स वसूला जा रहा है और न ही ऐसा कोई प्रस्ताव है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा, जहां यात्रियों के लिए वॉटर टैक्सी की सुविधा उपलब्ध होगी।
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