
हिंदू धर्म में हर तिथि किसी न किसी देव को समर्पित है, पर कुछ तिथियां इनमें भी बेहद खास हैं जिनमें एक है एकादशी व्रत। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा करने की विशिष्ट विधान है। एकादशी में भी कई खास एकादशी होती हैं जैसे जया एकादशी, विजया एकादशी और आमलकी एकादशी। फाल्गुन माह में आमलकी एकादशी आने वाली है। ऐसे में आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और समय
माना जाता है आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही स्वयं देव उसे स्वर्ग ले जाने के लिए पृथ्वी पर आते हैं और जातक पर जीवन भर भगवान विष्णु की कृपा रहती है। इसके अलावा जातक क हर मनोकामना पूर्ण होती है।
कब है आमलकी एकादशी और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के मुताबिक, फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 9 मार्च की सुबह 07.45 बजे होगी। वहीं, समापन 10 मार्च की सुबह 07.44 बजे होगी। उदया तिथि की महत्व के कारण 10 मार्च को आमलकी एकादशी मनाई जाएगी। वही, अगले दिन 11 मार्च को आमलकी एकादशी व्रत का पारण किया जाएगी। व्रत पारण का शुभ समय सुबह 06.50 से सुबह 08.13 तक है।
इस दिन शोभन और सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। साथ ही इस दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग है। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से जातक की हर मनोकामना पूर्ण होती है।
क्या करना चाहिए उपाय
हिंदू धर्म में एकादशी के दिन गंगा स्नान और दान को बेहद शुभ माना गया है। इस दिन शुभ कार्यों के बाद जातक को हल्दी का दान जरूर करना चाहिए। माना जाता है कि एकादशी तिथि पर हल्दी दान करने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिल जाती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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