Pregnancy mein Karwa Chauth ka Vrat Kaise Karen:भारतीय संस्कृति में करवा चौथ को पति-पत्नी के प्रेम का प्रतीक है। कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ने वाला यह व्रत महिलाओं का अपने पतियों के लिए समर्पण दिखाता है। वह पूरा दिन भूखी प्यासी रहकर शाम को पति के लौटने और चांद के दिखने तक का इंतजार खुश-खुशी करती हैं। अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसके लिए कोई उन्हें फोर्स नहीं करता, लेकिन चाहे वह बीमार हो या किसी नए जीवन को जन्म ही क्यों न देने जा रही है, वह हर हाल में यह व्रत करती हैं।
यह बहुत अच्छी बात है कि पति के लिए आप पूरी तरह से समर्पित हैं और उनकी अच्छी सेहत और दीर्घायु होने के लिए खुद निर्जला व्रत रखती हैं, लेकिन जब बात गर्भवती महिलाओं की आती है, तो सवाल उठता है क्या इस अवस्था में भी व्रत रखना सुरक्षित है?
गर्भवती महिलाओं के लिए व्रत के टिप्स
करवा चौथ के व्रत का यह नियम होता है कि इसमें चांद दिखने तक महिलाएं पानी का एक घूंट भी नहीं पीती हैं, लेकिन ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए काफी मुश्किल हो जाती है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर कुछ न कुछ खाते रहने की सलाह देते हैं, लेकिन व्रत टूटने के डर से वे इससे परहेज करती हैं, जो बच्चे के लिए दिक्कत पैदा कर सकता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए यहां व्रत के कुछ टिप्स दिए हैं, जिनके जरिए वे व्रत भी कर सकेंगे और बच्चे की सुरक्षा पर भी आंच नहीं आएगी।
मां-बेबी दोनों के लिए हो सकता है खतरनाक
गर्भावस्था में शरीर को ज्यादा पोषक तत्वों को जरूरत होती है। ऐसे में बिना पानी और खाने के लंबे समय तक रहना मां और बेबी दोनों के लिए हार्मफुल हो सकता है। इससे शरीर में डिहाइड्रेशन, थकान, ब्लड शुगर गिरने जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना यह व्रत नहीं रखना चाहिए।
न रखें निर्जला व्रत
हेल्थ एक्सपर्ट्स प्रेग्नेंट महिलाओं को निर्जला व्रत नहीं रखने की हिदायत देते हैं। ऐसे में निर्जला व्रत करने पूरे की बजाए पूरे दिन थोड़ा-थोड़ा फलाहार लेते रहना चाहिए।
ऐसे रखें शरीर को हाइड्रेटेड
पानी न पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है, जो गर्भावस्था में खतरनाक है। ऐसे में केला और सेब का सेवन फायदेमंद होता है। साथ ही पानी की बजाए दूध, नारियल पानी, लस्सी या छाछ कुछ-कुछ देर में लेते रहना चाहिए। क्योंकि ज्यादा देर तक प्यासा रहने पर शरीर में डिहाइड्रेटेड हो सकता है।
सुबह की सरगी हो पोषण से भरपूर
सरगी के समय खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं को पोषण से भरी चीजें खानी चाहिए। खाने में कार्बोहाइड्रेट रिच फूड शामिल करें। इससे आप पूरा दिन एनरजेटिक फील करेंगी। ऐसे में सरगी के लिए चपाती , पोहा, पनीर और दही बेस्ट ऑप्शन है।
ज्यादा समय तक न रहे खड़े
करवा चौथ की पूजा की करें, सभी रिचुअल्स में शामिल हों, लेकिन इस दौरान ज्यादा देर तक खड़े या बैठे नहीं रहें। अगर थकान या चक्कर महसूस हो, पेट या सिर में दर्द हो, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
ऐसी परेशानी में डॉक्टर की सलाह जरूरी
हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी में मां को अपना और ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर किसी गर्भवती महिला को एनीमिया या हाई बीपी की परेशानी है, तो डॉक्टर की सलाह से ही व्रत रखें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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