
Mangal Gochar and Horoscope 2025: 21 जनवरी को सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर मंगल वक्री गति से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल मिथुन राशि में 2 अप्रैल 2025 तक रहेंगे। मंगल के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि 2 अप्रैल तक मंगल के मिथुन राशि में गोचर से आपके साथ क्या होने वाला है, आपको मंगल के कौन-से फल प्राप्त होंगे। साथ ही जानेंगे कि मंगल आपकी जन्मपत्रिका में किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में आपको शुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
मंगल आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई बहन और यश से है। मंगल के इस गोचर से आपका गृहस्थ जीवन ठीक रहेगा। आपकी तरक्की इस बात पर डिपेंड करेगी कि दूसरे लोगों के साथ आपका व्यवहार कैसा होगा। अगर आप अपने स्वभाव में नम्रता बनाये रखेंगे, तो इस दौरान भाई बहनों से आपको सहयोग मिलता रहेगा। साथ ही ससुराल पक्ष से आर्थिक लाभ भी मिलेगा, लेकिन इस दौरान ध्यान रहे कि किसी से भी कर्ज न लें। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए मंदिर में शहद का दान करें।
वृष राशि
मंगल आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। मंगल का यह गोचर आपके लिए मिले जुले परिणाम लेकर आयेगा। आपको आर्थिक रूप से लाभ होगा, लेकिन आया हुआ पैसा अधिक समय तक आपके पास नहीं टिकेगा। भाईयों से जितना अधिक प्यार बनाकर रखेंगे, उतना ही अधिक आपको लाभ प्राप्त होगा। संतान का पूरा सुख आपको मिलेगा। लिहाजा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए भाइयों को जब भी जरूरत हो, उनकी मदद करें।
मिथुन राशि
मंगल आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। मंगल के इस गोचर से आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा, आपको हर प्रकार का सुख मिलेगा। पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों के साथ ही लोहा, लकड़ी, मशीनरी आदि का काम कर रहे लोगों को भी आर्थिक रूप से फायदा मिलेगा। किन यहां एक बार फिर से बता दें कि जन्मपत्रिका के पहले चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें स्थान पर मंगल की उपस्थिति जातक को मांगलिक बनाता है।
अतः आपके पहले स्थान पर मंगल के इस गोचर से आप 2 अप्रैल तक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलायेंगे और अगर आप विवाहित हैं तो इस बात का भी ध्यान रखें कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर ऐसा है तो ठीक, वरना आपको सतर्कता से मंगल के इस गोचर के उपाय करने चाहिए। तो मंगल के अस्थायी मांगलिक संबंधी समस्या से बचने के लिए मंदिर में कपूर या दही का दान करें।
कर्क राशि
मंगल आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। मंगल के इस गोचर से आपके पास धन की कमी नहीं होगी और आपको शय्या सुख मिलेगा। साथ ही ये भी जान लीजिये कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें और आठवें घर की तरह बारहवें घर में भी मंगल की उपस्थिति जातक को मांगलिक बनाता है। अतः बारहवें स्थान पर मंगल का यह गोचर 2 अप्रैल तक के लिए आपको अस्थायी रूप से मांगलिक बना देगा। अगर आप विवाहित हैं तो इस बात पर भी ध्यान दें कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर आपको मंगल के इस गोचर के उपाय जरूर करने चाहिए। लिहाजा मंगल के अस्थायी मांगलिक समस्या से बचने के लिए कुत्ते को मीठी रोटी डालें।
सिंह राशि
मंगल आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। मंगल के इस गोचर से आप साहसी और न्यायप्रिय होंगे, आध्यात्मिक विचारों के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी। 2 अप्रैल तक आपकी विशेष इच्छा पूरी होगी। साथ ही पशुपालक और व्यापारी वर्ग को भी कई तरह से फायदे मिलेंगे। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए अपनी बेटी के पति और बच्चों को चादर गिफ्ट करें।
कन्या राशि
मंगल आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपके कदम जहां भी जायेंगे, वहां तरक्की ही तरक्की होगी। इस दौरान कोई प्रशासनिक कार्य पूर्ण होगा। आपके और आपके पिता के करियर में बदलाव आयेगा। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए चूल्हे पर दूध उबालते समय ध्यान रखें कि दूध उबलकर बर्तन से बाहर न गिरे।
तुला राशि
मंगल का यह गोचर आपके नवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। मंगल के इस गोचर से आपको हर तरह का सुख मिलेगा और भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। वहीं बड़े भाई का साथ आपकी किस्मत के सितारे को और भी बुलंद कर देगा। जो लोग प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत हैं, उन्हें किसी अन्य पद की प्राप्ति भी हो सकती है। लिहाजा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए भाईयों को जब भी जरूरत पड़े, तो उनकी सहायता जरूर करें।
वृश्चिक राशि
मंगल आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपका जीवन सुखमय रहेगा। लेकिन आठवें स्थान का मंगल आपको 2 अप्रैल
तक अस्थाई रूप से मांगलिक बना देगा। दरअसल जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल के होने से जातक मांगलिक कहलाता है। ऐसे में अगर आप विवाहित हैं तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा मंगल के इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। लिहाजा मंगल के अस्थायी मांगलिक समस्या से बचने के लिए जब रोटी सेंकने के लिए तवा रखें, तो उसके गर्म होने पर पानी के छींटे मारने के बाद रोटी सेंके।
धनु राशि
मंगल आपके सातवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको जीवनसाथी के साथ रिश्ते में तालमेल बनाने में मेहनत करनी पड़ेगी। सातवें स्थान पर मंगल का यह गोचर आपको भी 2 अप्रैल तक के लिए अस्थायी तौर पर मांगलिक बना देगा। अतः अगर आप विवाहित हैं तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर ऐसा है तो ठीक, वरना सतर्क होकर इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। लिहाजा मंगल के अस्थायी मांगलिक समस्या से बचने के लिए 2 अप्रैल तक बांस से बनी कोई भी चीज घर में लाना टाल दें।
मकर राशि
मंगल आपके छठे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। मंगल के इस गोचर से समाज के कुछ अच्छे लोगों से जान पहचान बढ़ेगी, जिसका फायदा आने वाले समय में आपको जरूर मिलेगा। मंगल का यह गोचर आपके भाईयों और दोस्तों के लिए भी शुभ संकेत लेकर आया है। लिहाजा मंगल के अच्छे फल बनाये रखने के लिए मंगलवार के दिन अपने भाई या बहन समान किसी व्यक्ति को कुछ न कुछ गिफ्ट जरूर करें।
कुंभ राशि
मंगल आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। मंगल के इस गोचर से आपको संतान का सुख मिलेगा। आपकी बौद्धिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी और आपको गुरु का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही 2 अप्रैल तक आप जो भी काम करेंगे, उसका अच्छा लाभ मिलेगा। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए रात के समय सिरहाने पर पानी का बर्तन रखकर सोएं और छोटे बच्चों को दूध गिफ्ट करें।
मीन राशि
मंगल आपके चौथे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। मंगल के इस गोचर से आपको भूमिभवन, वाहन का सुख मिलेगा और माता का सहयोग मिलेगा। साथ ही जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल का गोचर जातक को मांगलिक बनाता है। अतः चौथे स्थान पर मंगल का यह गोचर आपको 2 अप्रैल तक के लिए अस्थायी रूप से मांगलिक बना देगा। वहीं अगर आप विवाहित हैं तो इस बात पर भी ध्यान दें कि क्या आपके जीवनसाथी की कुंडली में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। तो मंगल के अस्थायी मांगलिक समस्या से बचने के लिए 2 अप्रैल तक सुबह उठकर सबसे पहले पानी से कुल्ला करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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