
तीन साल पहले कोरोना महामारी के कारण टूटी उम्मीदों के बाद भारतीय महिला फुटबॉल टीम एक बार फिर एएफसी महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने की चुनौती के साथ मैदान में उतरने जा रही है। यह क्वालीफायर्स सोमवार से शुरू हो रहे हैं और भारत अपना पहला मुकाबला मंगोलिया के खिलाफ खेलेगा। गौरतलब है कि एएफसी महिला एशियाई कप का अगला संस्करण 2026 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय महिला टीम के लिए यह टूर्नामेंट इतिहास में उतार-चढ़ाव भरा रहा है। आखिरी बार भारत ने 2003 में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग लिया था। इसके बाद जब 2022 में भारत इसकी मेजबानी कर रहा था, तब कोरोना संक्रमण की वजह से टीम को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही अपना नाम वापस लेना पड़ा था। भारत अब तक तीन बार एशियाई महिला चैम्पियनशिप में पोडियम फिनिश कर चुका है- 1980 और 1983 में उपविजेता रहते हुए, और 1981 में तीसरा स्थान हासिल करते हुए। हालांकि, पिछले चार दशकों से खिताब की तलाश जारी है।
ग्रुप स्टेज में भारत की चुनौतियां
क्वालीफायर्स में भारत का सामना ग्रुप बी में चार टीमों से होगा। मंगोलिया के खिलाफ पहले मैच के बाद भारतीय टीम 29 जून को तिमोर लेस्टे से भिड़ेगी, फिर 2 जुलाई को ईराक के खिलाफ मैदान में उतरेगी और 5 जुलाई को मेजबान थाईलैंड से भिड़ेगी। फीफा रैंकिंग के मुताबिक भारत (71) को थाईलैंड (46) से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है, जबकि तिमोर लेस्टे (158) और ईराक (173) अपेक्षाकृत कमजोर टीम मानी जा रही हैं।
इस ग्रुप की विजेता टीम को 2026 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले मुख्य टूर्नामेंट में जगह मिलेगी, जो साथ ही फीफा महिला वर्ल्ड कप 2027 का क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी होगा। टीम के मुख्य कोच क्रिस्पिन छेत्री ने माना कि ग्रुप की कुछ टीमों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मंगोलिया, तिमोर लेस्टे और ईराक ने हाल के समय में ज्यादा मुकाबले नहीं खेले हैं। थाईलैंड के बारे में हमें पता है कि उन्होंने पिछली अंतरराष्ट्रीय विंडो में नेपाल के खिलाफ दो मुकाबले खेले थे।
फैंस को टीम से काफी उम्मीदें
भारतीय टीम ने भी हाल ही में उज्बेकिस्तान के खिलाफ दो मैत्री मैच खेले थे, जिनमें उसे दोनों में 0-1 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम मई की शुरुआत से बेंगलुरु में अभ्यास कर रही है और क्वालीफायर्स शुरू होने से एक सप्ताह पहले थाईलैंड पहुंचकर अब तक चार पूर्ण अभ्यास सत्रों में हिस्सा ले चुकी है। भारतीय फुटबॉल प्रेमियों को उम्मीद है कि इस बार महिला टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर एएफसी महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहेगी।
(PTI Inputs)